देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवैधानिक पद अपने 20 साल पूरे कर लिए हैं। इस खास मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री को बधाई दी। पिछले 7 सालों से प्रधानमंत्री पद संभाले नरेंद्र मोदी, इससे पहले 13 सालों तक लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके थे। मोदी गुजरात के ऐसे पहले मुख्यमंत्री रहे हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री पद का अपना कार्यकाल पूरा किया हो।
संवैधानिक पद पर पीएम मोदी के 20 साल पूरे होने पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, नरेंद्र मोदी जी के करिश्माई नेतृत्व, तुरंत निर्णय लेने की क्षमता और शक्ति, स्पष्ट दूरदृष्टि, अनुशासित जीवन तथा धैर्यशीलता से आज़ादी के 70 साल से विरासत में आ रही समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान हुआ है।
उन्होंने कहा, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के तौर पर 20 साल पूरे कर लिए हैं। जब वे गुजरात CM बने और 2014 में देश के प्रधानसेवक बने तो उन्होंने गरीबी के दर्द और गरीबों के आंसू पोंछने को अपने शासन का आदर्श सूत्र बना लिया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, राज्य और केंद्र सरकारों के प्रमुख के तौर पर जनसेवा के 20 वर्ष पूरे करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूँ। गरीब कल्याण व अंत्योदय को समर्पित इन 20 वर्षों में मोदी जी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति व समय से आगे की सोच से असंभव को संभव करके दिखाया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए कहा, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को संवैधानिक पद पर रहते हुए सार्वजनिक जीवन में बीस वर्ष पूरे करने के लिए हार्दिक बधाई।यह अखंड 20 वर्ष लोक कल्याण के प्रति समर्पित होने के साथ निष्कलंक भी रहे हैं। उनकी लोकप्रियता निरंतर बढ़ती रही है और आगे भी बढ़ती रहे,ऐसी शुभकामनाएं।
कुछ ऐसा रहा मोदी का राजनीतिक सफर
17 सितंबर, 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में जन्मे नरेंद्र दामोदरदास मोदी कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री बनने से पहले वे बीजेपी में राष्ट्रीय सचिव और महासचिव पद पर भी रहे। सितंबर 2013 में उन्हें बीजेपी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बहुमत के साथ जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने 26 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद 2019 में बीजेपी की 303 सीटों पर ऐतिहासिक जीत के बाद वे दोबारा प्रधानमंत्री बने।
7 सालों में PM रहते हुए ये बड़े फैसले बने चर्चा का विषय
नोटबंदी : प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर 2016 को अचानक 500 और 1,000 रुपए के उस समय चलन में जारी नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री के इस फैसले का मकसद देश में कालाधन ख़त्म करना था।
आर्टिकल 370 : प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को ख़त्म कर जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस ले लिया था। इसके बाद उसने तत्कालीन राज्य को विभाजित कर दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का गठन किया था।
CAA : साल 2019 में केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) कानून लेकर आई। इसके तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में दमन के शिकार ऐसे अल्पसंख्यकों गैर-मुस्लमों को नागरिकता प्रदान की जाएगी, जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ गए थे।
ट्रिपल तलाक़ के खिलाफ कानून : 30 जुलाई 2019 में संसद में मोदी सरकार ने तीन तलाक़ को गैरकानूनी बताते हुए मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019 पास किया। मुस्लिम महिलाओं को अधिकार देने वाले इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ तो कई जगह मिठाइयां बांटी गई।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 : प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी थी। इसे यह 34 साल पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NPE), 1986 की जगह लाया गया था।