भारत के प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वीडियों कॉन्फेंस के जरिए देश के प्राकृतिक खेती सम्मेलन को व्यापक तौर से संबोधित करने वाले हैं। हालांकि, इस बात की जानकारी पीएम कार्यालय से औपाचिरक तौर से स्पष्ट कि गई हैं। इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में किसान और अन्य वह लोग जो प्राकृतिक खेती सम्मेलन को भारत की वृद्धि में एक योगदान मानते है वह अपना पूर्ण रूप से सहयोग देने वाले हैं। यह खेती सम्मेलन गुजरात के सूरत में आयोजित होने वाला हैं।
किसानों की मदद के लिए समन्वित प्रयास किए
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मोदी ने मार्च में गुजरात में एक पंचायत सभा को संबोधित करते हुए प्रत्येक गांव में कम से कम 75 किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने का आह्वान किया था. सूरत जिले ने विभिन्न हितधारकों और संस्थानों, जैसे कि किसान समूह, निर्वाचित प्रतिनिधियों, फसल उपज विपणन समितियों, सहकारिताओं और बैंकों को किसानों की मदद करने के वास्ते जागरूक एवं प्रेरित करने के लिए समन्वित प्रयास किए।
PMO की तरफ से कहा गया
मिली जानकारी के मुताबिक पीएमओ कार्यालय की तरफ से स्पष्ट किया गया कि प्रत्येक गांवों की मदद के लिए नरेंद्र मोदी संभवत हर तरह की सुविधाएं प्रधान की हैं। दरअसल, प्रत्येक ग्राम पंचायत में अमुमान 75 किसानों की पुष्टि की गई थी और उन्हे खेती से संबधित से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी और सर्वोतम प्रशिक्षिण के लिए प्रेरित किया गया हैं।