देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 269 तक पहुंच गई है जबकि 42 अन्य लापता हैं। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से केरल, कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश समेत देश के 9 राज्य प्रभावित है।
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भूस्खलन और भारी बारिश के बाद नेशनल हाईवे पर अवरोध उत्पन्न हुआ है। वहीं उत्तराखंड में बादल फटने की भी खबरें सामने आ रही हैं। निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
हिमाचल प्रदेश के नाली और कुल्लू के बीच नेशनल हाईवे 3 पर भूस्खलन और भारी बारिश के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। हाईवे से भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है, वहीं हल्के वाहन अभी भी चल रहे हैं। रिब्बा और किन्नौर हाईवे पर भी भारी बारिश के बाद आए भूस्खलन के बाद से हाईवे बंद है।
मंडी जिले के बालीचोकी इलाके में सड़क का कुछ हिस्सा क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में ब्यास नदी पर बना एक पुल नदी के पानी का स्तर बढ़ने के कारण रात को ढह गया।
उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट आशीष चौहान ने कहा, हमने भारी बारिश के कारण मकुड़ी और डिगोली में घरों में फंसे कुछ लोगों और कुछ घरों को नुकसान पहुंचने की जानकारी प्राप्त की हुई है। बचाव और निकासी के लिए एसडीआरएफ, रेडक्रॉस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों को स्थानांतरित कर दिया गया है।
बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण विभिन्न राज्यों में कई लाख लोग प्रभावित हुए हैं और अधिकतर लोगों को राहत शिविरों में विस्थापितों के समान जिंदगी व्यतीत करनी पड़ रही है, लेकिन पानी घटने पर लोग राहत शिविरों से अपने-अपने घर लौटने लगे हैं। केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
केरल में अब तक 115, कर्नाटक में 62, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, उत्तराखंड और ओडिशा में आठ-आठ तथा हिमाचल प्रदेश में दो तथा आंध, प्रदेश में नाव डूबने से एक लड़की की मौत हो चुकी है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम आठ लोगों जान गयी है।
केरल और कर्नाटक में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की घटनाओं के बाद से 44 लोग अब भी लापता हैं। केरल में जहां 27 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है, वहीं कर्नाटक में 15 लोग लापता हैं।