केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अधिक रोजगार सृजन पर जोर देते हुए शनिवार को घोषणा की कि गैर-राजपत्रित सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पदों पर भर्ती के लिए सभी कंप्यूटर-आधारित परीक्षाओं के लिए एक नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनआरए) की स्थापना की जाएगी।
भर्ती परीक्षा के दुष्चक्र में फंसे और नौकरियों के लिए अनिश्चितकालीन इंतजार कर रहे देश के युवाओं के लिए यह ताजी हवा में सांस लेने जैसा कदम है। वर्तमान में लाखों अभ्यर्थी विभिन्न गैर-राजपत्रित सरकारी नौकरियों के लिए कई परीक्षाओं के लिए उपस्थित होते हैं।
आम बजट पेश करते हुए सीतारमण ने कहा,’सरकार का इरादा सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अराजपत्रित पदों पर भर्ती में बड़े सुधार लाने का है।’
मंत्री ने कहा कि वर्तमान में उम्मीदवारों को समान पदों के लिए अलग-अलग समय पर कई एजेंसियों द्वारा आयोजित कई परीक्षाओं के लिए उपस्थित होना पड़ता है।