कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह ने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व को लेकर गांधी परिवार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है, पार्टी में अब उल्टे-सीधे फैसले लिए जा रहे हैं। इसके साथ ही नटवर सिंह ने राहुल गांधी का नाम लेते हुए उन्हें भी आड़े हाथों लिया।
पूर्व विदेश मंत्री ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस बीजेपी को हरा सकती है। आगे जो चुनाव होंगे उसमें कांग्रेस हारेगी। लोगों में कांग्रेस की छवि ख़राब हुई है। विधानसभा और लोकसभा के चुनाव बीजेपी जीतेगी।
नटवर सिंह ने कहा कि यदि ये लोग इस समय खड़े हो जाते कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हमारे सीएम हैं और हम उनके साथ हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि ये कैसे फैसले लेते हैं। इनका जजमेंट इतना खराब है। कोई सलाहकार ही नहीं है इनका। एंटनी थे, वे आज बीमार हैं। वे कहते थे कि मैडम ये ठीक नहीं है। मनमोहन सिंह चुप बैठे हुए हैं। वो कह सकता है, दबे-दबे, लेकिन ज्यादा नहीं।
राहुल पर बरसे नटवर
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए नटवर सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के पास कोई पद नहीं है और वे सारे फैसले ले रहे हैं। कांग्रेस कार्यसमिति और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकें न होने को लेकर उन्होंने कहा था कि तीन लोग बैठे हैं, वही सारे फैसले ले रहे हैं। प्रियंका और राहुल पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि इन दो लोगों ने ही सिद्धू को आगे बढ़ाया था।
पूर्व विदेश मंत्री ने कपिल सिबल ने नेतृत्व पर उठाए सवाल
इससे पहले बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेंस के वरिष्ठ नेता कपिल सिबल ने नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी में सिर्फ ‘जी-हुजूरों’ की सुनी जा रही है जिससे नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेतृत्व के फैसलों को लेकर अपनी बात कहना बंद नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि पंजाब की सियासत इस समय राजनीतिक प्रांगण का केंद्र बनी हुई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की लड़ाई का परिणाम ये निकला कि कैप्टन सिंह को पंजाब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। महीनों से जारी विवाद इस सीमा पर पहुंच कर भी शांत नहीं हुआ।
कैप्टन के इस्तीफे के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब सीएम की कमान सौंपी गई। लेकिन चन्नी की कैबिनेट बनते ही सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देकर पार्टी आलाकमान के बीच हलचल मचा दी। सिद्धू ने बीते जुलाई महीने में ही पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष का पद संभाला था।