लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

राज्यसभा से निलंबित सांसदों के समर्थन में आए NCP प्रमुख, बोले- मैं भी रखूंगा एक दिन का उपवास

राज्यसभा सदस्य पवार ने उप सभापति वेंकैया नायडू के आचरण और सदन में विपक्ष को निलंबित करने के मोदी सरकार के फैसले को गलत बताया। उन्होंने कहा कि “मैं भी उनके (आठ निलंबित राज्यसभा सांसदों) आंदोलन में हिस्सा लूंगा और उनके समर्थन में एक दिन का उपवास रखूंगा।”

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वह उच्च सदन के आठ राज्यसभा सदस्यों के निलंबन के विरोध में एक दिन का उपवास रखेंगे। रविवार को उच्च सदन में कृषि संबंधी विधेयकों को पारित किए जाने के दौरान ‘‘अमर्यादित व्यवहार’’ के कारण इन सदस्यों को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है।
वहीं राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि “मैं भी उनके (आठ निलंबित राज्यसभा सांसदों) आंदोलन में हिस्सा लूंगा और उनके समर्थन में एक दिन का उपवास रखूंगा।” उन्होंने कहा, “मैंने प्रदर्शन कर रहे सांसदों के समर्थन में एक दिन उपवास रखने का फैसला किया है।” पवार ने कहा कि सरकार की नीयत भले ही सही हो, लेकिन उन्होंने कभी भी इस तरह से बिलों को पास होते नहीं देखा। बिल पास कराने में जल्दबाजी दिखाई गई, ऐसा तब हुआ जब सांसद कृषि बिलों को लेकर सवाल उठा रहे थे। 
पवार ने कहा, “सदस्य बिलों पर ज्यादा प्रश्न पूछना चाहते थे। ऐसा लगा रहा था कि वे चर्चा करना नहीं चाहते थे। जब सांसदों को जवाब नहीं मिला तो वे सदन की वेल में पहुंच गए।”राकांपा प्रमुख ने कहा, “राज्यसभा के उपसभापति नियमों से परे नहीं है और राज्यसभा के सदस्यों को उनके विचार प्रकट करने के लिए निलंबित किया गया है।”
गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने रविवार को राज्यसभा में हुए हंगामे के चलते सोमवार को आठ विपक्षी सदस्यों को निलंबित किए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा था तथा इस कदम के विरोध में वे संसद भवन परिसर में ‘‘अनिश्चितकालीन’’ धरने पर बैठ गए थे। हालांकि आज यानी मंगलवार को उन्होंने धरना खत्म कर दिया। निलंबित किए गए आठ सांसदों में कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य शामिल हैं।
निलंबित किए गए सदस्यों में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और डोला सेन, कांगेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, आप के संजय सिंह, माकपा के केके रागेश और इलामारम करीम शामिल हैं। उच्च सदन में कृषि संबंधी विधेयकों को पारित किए जाने के दौरान ‘‘अमर्यादित व्यवहार’’ के कारण इन सदस्यों को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया था।
बता दें कि राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने विपक्षी सदस्यों के आपत्तिजनक आचरण पर गहरी पीड़ा जताते हुए मंगलवार को घोषणा की कि वह 24 घंटे का उपवास करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी कि इससे आपत्तिजनक आचरण करने वाले सदस्यों में “आत्म-शुद्धि” का भाव जागृत होगा।

राज्यसभा में अनियंत्रित व्यवहार के खिलाफ उपवास पर बैठे उपसभापति, बोले- अपमान से पूरी रात सो नहीं पाया

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

7 − two =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।