राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को शनिवार देर रात ‘हैक’ कर लिया गया और रविवार शाम तक इसे पूरी तरह बहाल भी कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ के ट्विटर हैंडल से शनिवार रात पौने 11 बजे कुछ संदेश पोस्ट किए गए थे और ‘डिस्पले’ नाम और तस्वीर बदल दिए गए।
साइबर हमले के दो-तीन मिनट के भीतर मूल ‘डिस्प्ले’ नाम और तस्वीर को ठीक कर दिया गया था , अकाउंट को पूरी तरह बहाल कर दिया
एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने बताया कि साइबर हमले के दो-तीन मिनट के भीतर मूल ‘डिस्प्ले’ नाम और तस्वीर को ठीक कर दिया गया था। तकनीकी विशेषज्ञों ने रविवार को अकाउंट को पूरी तरह बहाल कर दिया और यह काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ ने हैकिंग के बारे में दिल्ली पुलिस की साइबर घटना जांच इकाई में शिकायत दर्ज कराई है।
ट्विटर ने भी हैकिंग की इस घटना का संज्ञान लिया और अस्थायी रूप से अकाउंट तक पहुंच को रोक दिया, इसलिए, एनडीआरफ के पहले से प्रसारित संदेश घंटों तक नहीं दिख रहे थे।
एनडीआरएफ सुरक्षा ऑडिट करेगा ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों
एनडीआरएफ के ट्विटर हैंडल से रविवार शाम छह बजकर 12 मिनट पर एनडीएमए के ट्वीट को साझा किया गया। अब इस पर संदेश दिख रहे हैं। डीजी ने कहा कि एनडीआरएफ सुरक्षा ऑडिट करेगा ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
प्राकृतिक और मानव-निर्मित आपदाओं से निपटने के लिए एक संघीय आकस्मिक बल के रूप में एनडीआरएफ का 2006 में गठन किया गया था और उसने 19 जनवरी को अपना 17वां स्थापना दिवस मनाया था।