विश्वव्यापी कोरोना वायरस से जंग के लिए भारत को मिला एक और ब्रह्मास्त्र, स्वदेशी कंपनी जायडस कैडिला ने केंद्र की मोदी सरकार को अपनी सुई मुक्त कोविड वैक्सीन जायकोव-डी की आपूर्ति शुरू कर दी है। कंपनी ने बुधवार को घोषणा करते हुए अपने बयान में कहा कि “कंपनी ने अहमदाबाद के चंगोदर में जायडस बायोटेक पार्क में अपने नए जायडस वैक्सीन टेक्नोलॉजी सेंटर ऑफ एक्सैलेन्स से केंद्र सरकार के आदेश के खिलाफ भारत सरकार को अपने कोविड-19 वैक्सीन जायकोव-डी की आपूर्ति शुरू कर दी है।”
केंद्र ने जायडस कैडिला को पिछले साल दिया था ऑर्डर
सरकार ने जायडस कैडिला को पिछले साल राष्ट्रीय में जारी टीकाकरण अभियान के लिए एक करोड़ वैक्सीन खुराक का ऑर्डर दिया था। कंपनी वैक्सीन को बाजार में उपलब्ध कराने की भी योजना बना रही है। जायकोव-डी दुनिया का पहला ‘प्लास्मिड डीएनए’ वैक्सीन है। बता दें कि यह एक तीन-खुराक टीका, इसे दर्द रहित फार्माजेट सुई-मुक्त प्रणाली का उपयोग करके बनाया गया है, जो इसे बाकी वैक्सीन से अलग बनता है।
जानिए वैक्सीन की प्रति खुराक का रेट
वैक्सीन की कीमत 265 रूपए प्रति खुराक और खरीदार को 93 रूपए प्रति खुराक जीएसटी को छोड़कर होगी। कंपनी ने कहा कि उसने जायकोव-डी की खुराक का उत्पादन करने के लिए एक अनुबंध निर्माण संगठन, शिल्पा मेडिकेयर लिमिटेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। टीके के निर्माण लाइसेंस और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए कोरिया गणराज्य के एंजाइम लाइफसाइंसेज के साथ भी एक समझौता है। जायडस वीटीईसी सुई मुक्त डीएनए प्लास्मिड वैक्सीन जायकोव-डी के लिए दवा पदार्थ बनाती है।
जानें पहले देश के किन हिस्सों में होगा इस्तेमाल
राष्ट्रीय औषधि नियामक ने 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए टीके को मंजूरी दी। कंपनी ने पहले घोषणा करते हुए कहा था कि उसकी प्रति माह लगभग 10-12 मिलियन खुराक की उत्पादन क्षमता होनी चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जायडस वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू में बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के जिलों में किया जाएगा, जहां पहली खुराक का कवरेज कम है। वैक्सीन को बाद में देशभर में रोल आउट किया जाएगा।