देशभर में फैली कोरोना महामारी के चलते मेडिकल शिक्षा के लिए आयोजित की जाने वाली सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा नीट को टाल दिया गया है। नीट के साथ-साथ जेईई (मेन) की भी परीक्षा को कोरोना के चलते टाल दी गई हैं। कोरोना के कारण देश में लॉकडाउन चल रहा है इसी के चलते परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है। नीट परीक्षाओं के लिए शुक्रवार को एडमिशन कार्ड जारी किए जाने थे। हालांकि, देर शाम तक यह कार्ड जारी नहीं किए गए और फिर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नीट परीक्षाएं स्थगित करने की सूचना जारी कर दी। दरअसल, छात्रों की समस्याओं को देखते हुए शुक्रवार देर रात केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंत्रालय की बैठक बुलाई और बैठक के बाद परीक्षा को स्थगित करने का निर्देश दिया। हालांकि, परीक्षा की नई तारीख अभी तय नहीं की गई है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नीट 2020 की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा, देशभर में लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद अब इस प्रकार की राष्ट्रव्यापी परीक्षाएं कराना संभव नहीं है। नीट 2020 परीक्षा से पहले जेईई मेन की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है। देशभर में विभिन्न प्रकार की परीक्षाएं व शैक्षणिक कार्य स्थगित किए जाने के बावजूद शुक्रवार शाम तक नीट-2020 को लेकर स्थिति साफ नहीं थी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करते हुए कहा कि NEET 2020 मई के आखिरी हफ्ते तक परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। एचआरडी मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, “चूंकि माता-पिता और छात्रों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए विभिन्न परीक्षा केंद्रों की यात्रा करनी पड़ती है, मैंने मई के अंतिम सप्ताह तक NEET (UG) 2020 और JEE (मुख्य) स्थगित करने के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी को निर्देश दिया है”।
Since Parents and Students have to travel to different examination centres, to avoid any inconvenience to them, I have directed National Testing Agency @DG_NTA to postpone NEET (UG) 2020 and JEE(Main) till last week of May. pic.twitter.com/loji50ZQq3
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) March 27, 2020
मंत्री ने कोरोना वायरस से लड़ने की जंग में एक बड़ा ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि पूरे देश में आवश्यकता पड़ने पर केंद्रीय विद्यालय कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए क्वारंटाइन यानी एकांतवास के लिए तुरंत स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराया जाए।
गौरतलब है कि देश के मेडिकल कॉलेजों में MBBS और BDS जैसे कोर्स में प्रवेश लेने के लिए हर साल NEET परीक्षा का आयोजन किया जाता है। मेडिकल की शिक्षा लेने वाले लगभग सभी छात्र इस प्रवेश परीक्षा को पास करने के बाद ही मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने की योग्यता रखते हैं। ज्ञात हो, देश भर से नीट परीक्षा के लिए 15 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था और लगभग 9 लाख जेईई मुख्य अप्रैल सत्र के लिए होने वाली परीक्षा में हिस्सा लेने वाले थे।