राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि अगर कारों में ‘एयरबैग’ काम कर रहे होते तो 2020 में देश में 13,022 लोगों की जान बचाई जा सकती थी। इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वाहनों में सवार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए मानदंड पेश किए जा रहे हैं।
हर साल भारत में पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं
उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्रालय ने नए नियमों को अधिसूचित कर दिया है और एक अक्टूबर से सभी वाहनों में ‘साइड एयरबैग’ सहित छह एयरबैग लगाने का प्रस्ताव किया गया है। गडकरी ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न पूरक सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हर साल भारत में पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है।
उन्होंने कहा कि इस कारण से, कई उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब छह एयरबैग अनिवार्य हैं और किफायती मॉडल के लिए भी अनिवार्य बनाने का निर्णय लिया गया है।
देश का विकास होगा
उन्होंने कहा, हम लोगों के जीवन की रक्षा करना चाहते हैं और इसलिए हम इस रेटिंग प्रणाली को शुरू कर रहे हैं, जिससे ऑटोमोबाइल क्षेत्र में गुणात्मक सुधार होगा और साथ ही, निर्यात में वृद्धि होगी जिससे अधिक रोजगार की संभावनाएं पैदा होंगी और देश का विकास होगा।’’
गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय और ‘भारत एनकैप’ द्वारा मानदंड पहले ही अधिसूचित किए जा चुके हैं और हमारे दुर्घटना मानकों में काफी सुधार होगा। उन्होंने एक लिखित उत्तर में कहा, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय एक योजना तैयार करने के लिए हितधारकों के परामर्श से एक प्रस्ताव पर काम कर रहा है जो भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (भारत एनकैप) के तहत कार की स्टार रेटिंग का परीक्षण और मूल्यांकन करेगा।