नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने इस्लामिक स्टेट के एक आतंकी को धर दबोचा है। एजेंसी ने बताया कि तमिलनाडु के कोयंबटूर ब्लास्ट केस में संदिग्ध के साथ उसके कुछ लिंक सामने आए हैं। हैरानी की बात ये है कि आईएस का ये ही आतंकी 2019 के श्रीलंका ईस्टर डे ब्लास्ट में भी मास्टरमाइंड के संपर्क में था। जांच एजेंसी ने हमले को अंजाम देने की योजना में शामिल एक अन्य सनोफर अली नाम के संदिग्ध को भी गिरफ्तार किया है। कोयंबटूर में 23 अक्टूबर को कोट्टई ईश्वरन मंदिर के पास दिवाली के मौके पर एक बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें कथित रूप से संदिग्ध आतंकी की मौत हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एनआईए अधिकारियों ने बताया कि आईएस के आतंकी की पहचान शेख हिदायतुल्ला के रूप में हुई है, जिसने कथित रूप से 21 अप्रैल, 2019 को श्रीलंका में घातक ईस्टर संडे बम धमाकों के मास्टरमाइंड मौलवी ज़हरान बिन हाशिम के संपर्क में था, जिसमें 250 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि हिदायतुल्ला और सनोफर अली दोनों को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया था।
मुबीन का सनोफर, हिदायतुल्ला से कनेक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, एनआईए ने एक बयान में कहा, “जांच से पता चला है कि आरोपियों ने फरवरी 2022 में इरोड जिले के सत्यमंगलम वन के असनूर और कदंबूर के जंगली क्षेत्रों के आंतरिक इलाकों में एक आपराधिक साजिश रची थी।” “बैठकों का नेतृत्व पहले से गिरफ्तार आरोपी उमर फारूक कर रहे थे और मृतक आरोपी जमीशा मुबीन (जो कोयंबटूर विस्फोट में मारा गया) ने मोहम्मद अजहरुद्दीन, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली के साथ बैठकों में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने आतंकी गतिविधियों की तैयारी करने और उन्हें अंजाम देने की साजिश रची।”
विस्फोट में मारा गया मुबीन
जमीशा मुबीन से जांच एजेंसी ने कथित आतंकी संबंधों के लिए 2019 में पूछताछ की थी। वह 23 अक्टूबर की सुबह कोयंबटूर के उक्कड़म में कोट्टई ईश्वरन मंदिर के पास ब्लास्ट में मारा गया था। कथित रूप से एक मारुति800 कार के अंदर एलपीजी सिलेंडर फटने से बड़ा धमाका हुआ था, जिसे मुबीन ही ड्राइव कर रहा था। यह घटना पुलिस पेट्रोलिंग के करीब 200 मीटर दूरी पर हुआ था। मुबीन को विस्फोट मामले में मुख्य आरोपी माना गया।