जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले मामले में जांच एजेंसी NIA को बड़ी कामयाबी मिली है। NIA ने शुक्रवार को इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है। एजेंसी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि पुलवामा हमले से जुड़े एक आरोपी और जैश-ए-मोहम्मद के ओवर ग्राउंड वर्कर शाकिर बशीर मागरे को गिरफ्तार किया है। शाकिर बशीर मागरे ने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को शरण और अन्य रसद सहायता दी थी। यही नहीं , उसने इस NIA की पूछताछ में बड़ा खुलासा भी किया है।
शाकिर बशीर मागरे ने बताया कि इस आत्मघाती हमले में बम बनाने के लिए इस्तेमाल की गई अमोनियम नाइट्रेट, नाइट्रो-ग्लिसरीन और आरडीएक्स जैसी तमाम तरह की विस्फोटक सामग्री ऑनलाइन ऑर्डर की गई थी। बता दे कि शाकिर पुलवामा का ही रहने वाला है और उसकी फर्नीचर की दुकान है।
इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। NIA के सामने अब तक चुनौती बनी हुई है कि आखिर इस हमले का असली मास्टरमाइंड कौन था। NIA के पास इस हमले के मुख्य आरोपी के बारे में अब तक कोई ठोस सूचना या साक्ष्य नहीं है। हालांकि शाकिर की गिरफ्तारी NIA के लिए बड़ी सफलता है और एजेंसी को इससे काफी अहम जानकारी मिल सकती हैं।
आपको बता दे कि पिछले साल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को अंजाम देने हमलावर आदिल अहमद डार तो मौके पर ही मर गया था। हमले की साजिश में मुख्य भूमिका निभाने वाला मुदासिर अहमद खान 25 दिन बाद पिछले साल 10 मार्च को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। बाद में 26 फरवरी की रात को भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।