नितिन गडकरी ने कहा कि जब स्मार्ट शहरों के विकास की बात आती है तो सरकारी और निजी व्यवसायों के बीच मिलकर काम करना महत्वपूर्ण होता है।केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये स्मार्ट सिटी और गांवों के विकास में सार्वजनिक-निजी भागीदारी जरूरी है। आठवें ‘स्मार्ट सिटी इंडिया एक्सपो’ को संबोधित करते हुए गडकरी ने सार्वजनिक-निजी भागदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत स्मार्ट सिटी और गांवों के विकास की जरूरत बताई। उन्होंने कहा, ‘‘स्मार्ट सिटी का विकास भारत में सफलता की कहानी है। हमें यहां काफी संभावना दिखाई देती है।’’ गडकरी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के दृष्टिकोण को हकीकत रूप देने के लिये स्मार्ट सिटी और गांवों का विकास जरूरी है। और इसके लिये सार्वजनिक-निजी भागीदारी महत्वपूर्ण है।’’
आंकड़ा विश्लेषण को एकीकृत करने में है
इसी कार्यक्रम में स्लोवाक गणराज्य के अर्थव्यवस्था मामलों के मंत्री कारेल हिरमन ने कहा कि शहरी विकास का भविष्य शहर की योजना और प्रबंधन में प्रौद्योगिकी तथा आंकड़ा विश्लेषण को एकीकृत करने में है। उन्होंने कहा कि स्लोवाकिया में हमारे शहर पहले से ही सार्वजनिक परिवहन, ऊर्जा, अपशिष्ट जल प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा में स्मार्ट समाधान लागू कर रहे हैं।