पटना : बालू गिट्टी, मिट्टी, राशन, किरासन, शराबबंदी जैसे काला कानून को लेकर आज राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार बंद का ऐलान किया था। बंद को सफल बनाने के लिए सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, पूर्व मंत्री शिवचन्द्र राम, पूर्व मंत्री रमई राम, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, हजारों कार्यकर्ताओं के बीच आयकर गोलम्बर से लेकर डाक बंगला चौराहा तक शांति मार्च किया।
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बालू-गिट्टी के मामले में यू-टर्न लिया है क्योंकि उनके ऊपर बिहार की जनता को विश्वास नहीं है कि दिन में मुख्यमंत्री कुछ बोलते हैं और रात में कुछ और। मुख्यमंत्री एसी रूम में बैठकर अपने अधिकारियों के साथ गूफ्तगूं करने में लगे रहते उन्हें बिहार के विकास की चिंता नहीं। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में गरीबों का रोजगार छिन गया है रोजगार के अभाव में यहां के मजदूर पलायन कर रहे हैं।
राज्य सरकार की बालू-गिट्टी नीति के कारण बालू की कीमत आसमान छू गया है। बिहार में बेरोजगारी का जिम्मेवार कौन है? गरीब के घरो में चूल्हा नहीं चल रहा है राजद इन गरीबों की लड़ाई में शामिल है। नेताओं ने कहा कि सचिव द्वारा बालू नीति के यूटर्न पर गोलमोल जवाब दिया गया है। जब तक गरीबों को रोजगार नहीं मिलता राजद इस लड़ाई को बराबर लड़ती रहेगी।तेजस्वी यादव ने कहा कि एक तरफ बिहार की जनता बाल जीएसटी एवं नोटबंदी से स्थिति दयनीय है।
जनता त्रस्त है और बिहार सरकार मस्त है। ठीक कहते थे लालू प्रसाद यादव कि नीतीश कुमार के पेट में दांत है कोई ग्रामीण क्षेत्र में जाकर देखे कि कोई भी गरीब आज दो वक्त की रोटी के लिए मर रहा है। एक तरफ घोटाला पर घोटाला हो रहा है शौचालय घोटाला, महादलित घोटाला, सृजन घोटाला ट्रेजरी से सारा पैसा निकल गया। और विकास के नाम पर केवल हवा है इसके अलावा कुछ नहीं है। मुख्यमंत्री के सात निश्चय बाईस्कोप बन गया है जहां जहां मुख्यमंत्री जा रहे हैं वहीं पर लोगों को नलका द्वारा पानी मिलता है शौचालय दिखाई दे रहा है।
किसानों को लागत मूल्य भी नहीं मिल रहा है बाढ़ पीडि़त फसल योजना कालाभ अभी तक किसानों को नहीं मिला है। वहीं इस बार बंद को सफल बनाने के लिए राजद के बड़े नेता नहीं थे मगर अकेले लालू प्रसाद के दोनों बेटे मोर्चा को संभाले हुए थे और हजारों कार्यकर्ता डाकबंगला चौराहा पर प्रदर्शन कर रहे थे।
डाक बंगला चौराहा पर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजप्रताप यादव समेत पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव, रघुवंश प्रसाद सिंह, रमई राम, रामचन्द्र पूर्वे, युवा प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब, विजय प्रकाश, शिवचन्द्र राम, पूर्व सांसद अर्जुन राय, ई. संतोष, कुमार इन्द्रदेव, विपुल यादव, प्रभात रंजन, विनय बिहारी, रामानुज सिंह, आकाश यादव, प्रमोद सिन्हा, शिवेन्द्र तांती, सचिव चन्देश्वर प्रसाद सिंह, इन्द्रदेव सिंह, बल्ली यादव, सत्येन्द्र पासवान, इकबाल अहमद, विक्की यादव, मदन शर्मा, मृत्युंजय यादव समेत हजारों कार्यकत्र्ताओं ने अपनी अपनी गिरफ्तारी दी।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।