जालंधर : ऑस्ट्रेलिया के नागरिक डॉ विनोद कुमार ने आरोप लगाया है कि कैनरा तथा जम्मू कश्मीर बैंक के कर्मचारियों द्वारा उसके साथ की गई 16 करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
डॉ विनोद ने आज बताया कि 2014 में वह अपनी पत्नी के साथ भारत आया था। यहां आने पर उसकी पत्नी की अध्यापिका संतोष जसरोटिया, कुराली स्थित कैनरा बैंक की शाखा प्रबंधक स्वाति सलाठिया और जम्मू कश्मीर बैंक मोहाली के कर्मचारी संदीप सलाठिया ने उनसे सम्पर्क कर उन्हे बैंक से 3500 करोड़ का कर्ज दिलाने तथा संतोष की बीमारी के इलाज के लिए उनसे पांच लाख रुपये लिए लेकिन कुछ समय पश्चात उन्होने कर्ज दिलान में असमर्थता जाहिर की।
डॉ. विनोद ने बताया कि उक्त तीनों दोषियों ने दुबई स्थित एक बैंक के कर्मचारी मोहित से कर्ज दिलाने के लिए कहा। उन्होने बताया कि मोहित ने उनसे बैंक फीस के नाम पर 16 करोड़ रूपए एंठ लिए जिसमें मोहित की पत्नी दीक्षा जसरोटिया भी शामिल है। उन्होने बताया कि मोहित ने उन्हे बैंक के ईमेल से कर्ज मंजूरी की झूठी सूचना दी की उनका 3500 करोड़ रूपए का कर्ज मंजूर हो गया है जो बाद में जांच करने पर झूठा पाया गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस में शिकायत देने पर पुलिस की अर्थ शाखा ने चार महीनों तक जांच में आरोप सही पाए तथा दोषियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। उन्होने बताया कि मामला दर्ज करने के छह महीने गुजर जाने पर भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होने बताया कि इमिग्रेशन विभाग ने दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे से मोहित जसरोटिया को पकड़ा भी था लेकिन पंजाब पुलिस ने मोहित को बिना किसी कारवाई के जाने दिया।