रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि रेलवे की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। श्री गोयल ने शून्यकाल के दौरान पश्चिम बंगाल में एक रेलवे परियोजना के लंबे समय तक ठप रहने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण का मामला राज्य सरकारों के पास है। केंद, के पास रेल की बुनियादी परियोजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं है। एक बार भूमि अधिग्रहण होने के बाद काम शुरू हो जाता है। पश्चिम बंगाल में रेल की बुनियादी परियोजना के रुके होने का मुद्दा तृणमूल कांग्रेस के नदीम उल हक ने उठाया था।
खाद्य पदार्थों की महंगाई रोकने में मदद मिलेगी
केरल कांग्रेस के के। मणि जोस ने कहा कि केरल-तमिलनाडु की सीमा पर स्थित मुल्लापेरियार बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे लाखों लोगों के जीवन को खतरा पैदा हो गया है। क्षेत्र में मानसून की बरसात हो रही है और बांध का जलस्तर लगातार ऊपर की ओर जा रहा है। केंद, सरकार को बांध की स्थिति देखने के लिए तुरंत एकदम एक दल भेजना चाहिए जिससे स्थिति का आकलन किया जा सके।
केंद्र सरकार को स्थिति से तैयारी करनी चाहिए
बीजू जनता दल के अमर पटनायक ने कटाई के उपरांत फसलों को बर्बादी रोकने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे खाद्य पदार्थों की महंगाई रोकने में मदद मिलेगी। भारतीय जनता पार्टी के आदित्य प्रसाद ने झारखंड में घटते भूजल स्तर और सूखे का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य में मानसून की बरसात का औसत 50 प्रतिशत रहा है इससे धान की बुवाई मात्र 12 प्रतिशत हो पाई है। इस मसले को राज्य सरकार के भरोसे नहीं छोड़ जा सकता है। केंद्र सरकार को स्थिति से तैयारी करनी चाहिए।