GST को लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए : सीतारमण - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

GST को लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए : सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज राज्यसभा में कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद एक संघीय संस्था है जो बिना किसी भेदभाव के एक निर्धारित फार्मूले के तहत राज्यों को जीएसटी में उनके हिस्से का भुगतान करती है तथा इसे लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज राज्यसभा में कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद एक संघीय संस्था है जो बिना किसी भेदभाव के एक निर्धारित फार्मूले के तहत राज्यों को जीएसटी में उनके हिस्से का भुगतान करती है तथा इसे लेकर किसी तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
राज्यों की तुलना में अधिक भुगतान किया
श्रीमती सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी के महाराष्ट्र की भारी भरकम बकाया जीएसटी राशि से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि जीएसटी परिषद एक संघीय संस्था है जिसमें सभी राज्यों के वित्त मंत्री रहते हैं और परिषद में सभी की सहमति से तैयार निर्धारित फार्मूले के आधार पर राज्यों में कर की राशि का भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि महाराष्ट्र की बकाया राशि सबसे अधिक है तो यह भी देखा जाना चाहिए कि उसे अब तक अन्य राज्यों की तुलना में अधिक भुगतान भी किया गया है।
जीएसटी मुद्दे पर तीन बार चर्चा कर चुकी है
उन्होंने कहा कि सरकार ने रिण लेकर भी राज्यों के बकाया का भुगतान किया है। राज्यों को कर के बंटवारे के बारे में सामूहिक रूप से निर्णय लिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि राज्यों को कर का भुगतान राजनीति के आधार पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए तथा इसे लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह एक संघीय संस्था का अपमान होगा। जीएसटी इस मुद्दे पर तीन बार चर्चा कर चुकी है।
कुछ अन्य राज्यों का बकाया 
श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा था कि महाराष्ट्र सबसे ज्यादा कर की उगाही करके देता है लेकिन उसका 11 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक बकाया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह कुछ अन्य राज्यों का भी बकाया है और इनमें से अधिकतर गैर भाजपा शासित राज्य हैं।
इससे पहले वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने उपरोक्त सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार राज्यों की 53 हजार करोड़ रूपये से अधिक की बकाया राशि का भुगतान करने के लिए प्रतिबद्ध है। क्षतिपूर्ति पर उपकर की व्यवस्था को पांच वर्ष की अवधि यानी 2022 से आगे बढाये जाने के बारे में पूछे गये सवाल को उन्होंने टाल दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

7 + 7 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।