लुधियाना-अमृतसर : बीते दिनों अमेरिका के एक स्कूली सिख छात्र पर हुए हमले की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए सिखों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहिबान जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि सिख कौम आतंकवादी नहीं बल्कि अमन पसंद कौम है। इसी कारण विदेशों में सिखों को निशाने पर लिए जाने से पूरी सिख कौम में रोष है।
जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अमेरिकी सरकार को ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना ना घटें। उन्होंने कहा कि सिख एक अलग कौम है और ये कौम आतंकवादी नही है। उनका कहना है कि एक सिख कॉन्सलेर के उम्मीदवार की गाड़ी पर कुछ लोगों दवारा आतंकवादी के स्टिकर लगा दिए गए। उन्होंने कहा कि सिख कौम दूसरो के लिए अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार रहती है और यह कौम कदापि आतंकवादी कौम नही है।
जथेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा की अमरीका में सीखो पर नस्ली हमले बंद होने ले रहे इसलिए केंद्र सर्कार को चाहिए की अमरीका की सर्कार से इस मुद्दे पर घंभीरता से विचार करे और वहां स्कूलों और कॉलेज में जो सीखी को लेकर प्रचार किया जा रहा है वहां सही तरीके से प्रचार किया जाये तांकि देश दुनिया में बैठे लोग सीखी के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल कर सके।
उन्होने कहा की विदेश में एक कौंसलर के चुनाव लड़ रहे उमीदवार की गाडी पर आतंकवादी के पोस्टर लगा दिए गए वह बताना चाहेंगे की सिख आतंकवादी नहीं है सिख कौम दुसरो के लिए अपनी जान की बाजी लगा देता है और वह हमेशा यही कहते है की सिखखअपने हक के लिए आवाज उठाता है और लोग उसे आतंकवादी समझना शुरू कर देते है लकिन सिख आतंकवादी न ही है और न कभी होगा इसलिए सिखो के साथ ऐसा व्यवहार न किया जाये।
जथेदार अकाल तख्त ने एसजीपीसी प्रधान से कहा की गुरबाणी मुकाबले इतिहास से जुड़े मुकाबले और गुरबाणी बोलने के मुकाबले विदेशो में करवाए जाये और उन मुकाबलों में बाकी धर्मो के बच्चो को भी शामिल किया जाये ताकि बाकी धर्मो के बच्चो को भी सिखी के बारे में जानने का मौका मिले।
– सुनीलराय कामरेड