रायपुर : छत्तीसगढ़ के सुकम जिले में नक्सलियों के खिलाफ अब आपरेशन तेज करने की कोशिशें हो रही है। इस मामले में फोर्स और पुलिस तालमेल के साथ आपरेशन को अंजाम देगी। सुकमा में नौ जवानों की शहादत के बाद अभियान तेज करने का निर्णय लिया गया है। इस मामले में खुफिया तंत्र से मिली जानकारी के बाद बस्तर में जाल बिछाने की कोशिशें हो रही है। फोर्स को नक्सलियों की मांद में घुसकर घेरने कहा गया है।
जवानों की शहादत का बदला लेने अब फोर्स पूरी तैयारियों के साथ जंगल में घुसेगी। वहीं जवानों को आपरेशन के लिए बड़े वाहनों का उपयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। एंटी लेंड माइन व्हीकल को उड़ाने के बाद एहतियात बरतने निर्देशित किया गया है। सुरक्षा बलों के अफसरों और सरकार के बीच समीक्षा के दौरान हमले को लेकर रणनीति बनी है। इस मामले में फोर्स चौतरफा घेरेबंदी कर ताबड़तोड़ हमले करेगी। बस्तर के संवेदनशील क्षेत्रों में आपरेशन प्रहार का अगला चरण जल्दी ही शुरू हो जाएगा। इस मामले में सरकार और फोर्स अब कोई कसर बाकी छोड़ने के मूड में नहीं है।
फोर्स कई घेरे बनाकर बीहड़ों में घुसेगी वहीं नक्सलियों के ठिकाने की घेरेबंदी कर हमले करेगी। राज्य में नक्सली हमले के बाद देश भर में इसकी निंदा हुई है। सरकार के नक्सल विरोधी अभियान पर भी सवाल उठने लगे हैं। यही वजह है कि अब बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सीधे आर पार की जंग की तैयारी है।
सरकार ने इस मामले में केन्द्र सरकार से चर्चा कर आपरेशन शुरू करने पर जोर दिया है। इधर खुफिया तंत्र की सूचना के आधार पर बीहड़ों में माओवादियों के जमावड़े को गंभीरता से लेते हुए आपरेशन किया जाएगा। हालांकि पूर्व की घटनाओं में खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर सवाल उठे थे। खुफिया तंत्र की विफलता के मामले में सुधार के साथ सभी सूचनाओं पर पुख्ता तैयारी की जाएगी।
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