देश में काफी समय पहले रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ों में चाय वगैरह मिला करती थी, लेकिन धीरे-धीरे प्लास्टिक के कपों ने इनकी जगह ले ली और कुल्हड़़ का दौर समाप्त हो गया। वहीं, अब देश के नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि रेलवे जोन और इंडियन रेलवे केटेरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) को निर्देश दिया गया है कि वे कुल्हड़ का उपयोग सुनिश्चित करें।
उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। वैष्णव ने कहा, ‘‘जोनल रेलवे और आईआरसीटीसी को निर्देशित किया गया स्थानीय रूप से निर्मित और पर्यावरण अनुकूल उत्पादों जैसे कुल्हड़ का उपयोग सुनिश्चित किया जाए।’’ मंत्री ने बताया कि देश के 400 चिन्हित रेलवे स्टेशनों पर इसके उपयोग के लिए कहा गया है। उनके मुताबिक, हर जोन के 25 स्टेशनों को इस योजना के क्रियान्वयन के लिए चिन्हित किया गया है।
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं है कि तीसरी लहर आने की आशंका ने आतंक मचाया हुआ है। अगर बात करें पिछले 24 घंटे में कोरोना के 36 हजार से अधिक मरीज स्वस्थ हुए है तथा इस दौरान 42,625 नये मामले सामने आए है। देश में मंगलवार को 48 करोड़ 52 लाख कोरोना वैक्सीन के डोज दिए जा चुके हैं।