कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के शुक्रवार से अब तक कुल 149 नए मामले सामने आए है। जिसके बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 918 हो गई हैं। और दो मरीजों की मौत होने की बाद मृतकों का आंकड़ा 19 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इसके साथ ही देश में कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने वाले मामलों की कुल संख्या बढ़कर 918 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि केंद्र, राज्य सरकारों के साथ स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की तैयारी पर काम कर रहा है। इसमें कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों, ब्लॉकों, अलग से बेड और अन्य लॉजिस्टिक्स का निर्माण करवाना शामिल है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उन स्थानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां मामलों की संख्या अधिक है। इसके अलावा केंद्र, राज्य के साथ करीब से समन्वय स्थापित करते हुए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को ढूंढने, निगरानी करने और नियंत्रण रणनीतियों को लागू करने पर काम कर रहा है।
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अग्रवाल ने कहा, 17 राज्यों ने अब तक कोविड-19 समर्पित अस्पतालों की स्थापना पर काम करना शुरू कर दिया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) में महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के प्रमुख आर. गंगाखेड़कर ने कहा, जिन कोविड-19 संक्रमित मरीजों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी गई थी उनमें वायरल-लोड में कमी देखी गई।
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को चल रहे सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के बीच कोरोनोवायरस की जांच को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। 44 निजी प्रयोगशालाओं को महामारी के जांच के लिए स्वीकृति दी गई है। उन्होंन कहा, कोविड-19 संक्रमण से निपटने के लिए एक वैक्सीन विकसित करने पर कोई शोध दुनिया में कहीं भी मानव परीक्षण चरण तक नहीं पहुंचा है। गंभीर तीव्र श्वसन रोग वाले सभी रोगियों की कोविड-19 संक्रमण के लिए जांच की जा रही है।