देश में कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वैरिएंट के मामले बढ़कर 213 हो गए हैं। तेजी से बढ़ रहे ओमीक्रॉन के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है। ओमीक्रॉन वैरिएंट को डेल्टा की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक माना जा रहा है। नए वैरिएंट से बचाव के लिए एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने दो नियमों पर ज़ोर दिया।
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि ओमीक्रॉन ज़्यादा संक्रामक है। इस वैरिएंट से बचने के लिए दो चीज़ें बहुत ज़रूरी हैं-पहला वैक्सीनेशन और दूसरा कोरोना नियमों का पालन। एम्स निदेशक ने कहा कि सभी को कोरोना वैक्सीन की डोज़ लगवानी है, जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगाई हैं उन्हें आगे आकर वैक्सीन की डोज़ लेनी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि अब तक मिले डाटा के अनुसार ओमीक्रॉन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं। इसमें गंभीर बीमारी के लक्षण अभी नहीं देखे जा रहे हैं। अभी हमें इसके बारे में और डाटा चाहिए। जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे हमें इसके लक्षणों के बारे में और जानकारी मिलेगी।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क करते हुए कहा कि कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है और आपातकालीन संचालन केंद्रों को सक्रिय किए जाने के साथ ही जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जानी चाहिए।