प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग के पांच खंडों को चार लेन करने के कार्य की आधारशिला रखेंगे। इसी तरह वे संत तुकाराम महाराज पालकी मार्ग के तीन खंडों को चार लेन बनाने का भी शिलान्यास करेंगे। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को दी। बता दें कि संत ज्ञानेश्वर व संत तुकाराम देश के महान संतों में होती है। महाराष्ट्र में इनके जन्मोत्वस धूमधाम से मनाए जाते हैं और पालकी यात्रा निकाली जाती है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा कार्यक्रम
पीएमओ ने बताया कियह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा होगा। कार्यक्रम के दौरान, पीएम पंढरपुर से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों पर 1180 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से निर्मित 223 किलोमीटर से अधिक की पूर्ण और उन्नत सड़क परियोजनाओं को भी समर्पित करेंगे। पीएमओ ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
कौन हैं संत तुकाराम
महाराष्ट्र के प्रमुख संतों और भक्ति आंदोलन के कवियों में एक तुकाराम का जन्म महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले के अंतर्गत ‘देहू’ नामक ग्राम में शक संवत् 1520 को अर्थात सन् 1598 में हुआ था। तुकारामजी के पिता का नाम ‘बोल्होबा’ और माता का नाम ‘कनकाई’ था। तुकारामजी जब 8 वर्ष के थे, तभी इनके माता-पिता का देहांत हो गया था। उन्हें ‘तुकोबा’ भी कहा जाता है। तुकाराम को चैतन्य नामक साधु ने ‘रामकृष्ण हरि’ मंत्र का स्वप्न में उपदेश दिया था। वे विट्ठल यानी विष्णु के परम भक्त थे