लुधियाना-अमृतसर : श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरूद्वारा श्री रामसर साहिब से सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब तक विशाल नगर कीर्तन श्रद्धा और उत्साह के साथ सजाया गया। इस मौके पर संगत में भारी उत्साह देखने को मिला। उधर पंजाब के पावन शहर श्री मुक्तसर साहिब में भी श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश पर्व को मनाने का समाचार है।
दशमेश पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के पावन छोह प्राप्त धरती श्री मुक्तसर साहिब में भी गुरू ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। श्री दरबार साहिब में विशाल नगर-कीर्तन सजाए गए और गुरूद्वारा शहीद गंज साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब का भोग भी डाला गया। तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस शुभ अवसर पर समूह संगत को बधाई दी।
आज सुबहसवेरे अमृत वेले श्री अमृतसर साहिब और मुक्तसर साहिब में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की अध्यक्षता में नगर कीर्तन सजाए गए, ढोल और नगाड़ों की गूंज और धार्मिक परम्पराओं से सुसज्जित आरंभ होने वाले नगर कीर्तन की अगुवाई पंज प्यारों द्वारा की गई। इन समागमों में हिस्सा लेने के लिए सुबह से ही इलाके की संगतें गुरूद्वारा साहिब में उपस्थित होनी शुरू हो गई थी। नगर कीर्तन द्वारा समस्त संगत को गुरूबाणी कीर्तन से निहाल किया गया।
श्री अमृतसर में रामसर साहिब से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को सोने की पालकी में सुशोभित करके सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब में प्रकाश किया गया। इस दौरान समस्त गुरूद्वारा साहिब परिसर रंग-बिरंगी रोशनियों और विदेशी फूलों से महकाया गया था। श्री दरबार साहिब में रात को आतिशबाजी देखने योगय है।
– सुनीलराय कामरेड