अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी के साथ 2 दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके स्वागत को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही है। ट्रम्प के भारत दौरे को लेकर शिवसेना ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति अर्थात ‘बादशाह’ अगले हफ्ते भारत हिंदुस्तान के दौरे पर आने वाले हैं जिसके लिए अपने देश में जोरदार तैयारी शुरू कर दी गयी है।
ट्रंप क्या खाते हैं, क्या पीते हैं, कैसे रहते हैं उसे लेकर केंद्र सरकार बैठक और सलाह कर रहे हैं। यह तो बिलकुल ऐसा लग रहा है जैसा गुलाम हिंदुस्तान में इंग्लैंड के राजा या रानी आते थे। गुलाम भारत में ब्रिटेन राजा के स्वागत के लिए ऐसी ही तैयारी होती थी। पार्टी ने प्रधानमंत्री से नरेंद्र मोदी से पूछा है कि बदहाली को छुपाने की नौबत आखिर क्यों आई है। गुजरात के अहमदाबाद में झुग्गियों को ढंकने के लिए दीवारें बनाई जा रही है।
सामना में लिखा है कि ‘बादशाह ट्रंप क्या खाते हैं, क्या पीते हैं, उनके गद्दे-बिछौने, टेबल, कुर्सी, उनका बाथरूम, उनके पलंग, छत के झूमर कैसे हों इस पर केंद्र सरकार बैठक, सलाह-मशविरा करते हुए दिखाई दे रही है। गुलाम हिंदुस्तान में इंग्लैंड के राजा या रानी आते थे, तब उनके स्वागत की ऐसी ही तैयारी होती थी और जनता की तिजोरी से बड़ा खर्च किया जाता था। ट्रंप के बारे में भी यही हो रहा है। अपने ‘गुलाम’ मानसिकता के लक्षण इस तैयारी से दिख रहे हैं।’
वहीं शिवसेना ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी 15 वर्षों तक गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री रहे और अब पांच वर्षों से देश के प्रधानमंत्री हैं फिर भी गुजरात की गरीबी को छिपाने के लिए दीवार खड़ी करने की नौबत क्यों आई? शिवसेना ने कहा कि ट्रंप दुनिया के ‘धर्मराज’ या ‘मिस्टर सत्यवादी’ निश्चित ही नहीं हैं। वे एक अमीर, उद्योगपति और पूंजीपति हैं और हमारे यहां जिस तरह से बड़े उद्योगपति राजनीति में आते हैं या राजनीति को मुट्ठी में रखते हैं, उन्हीं विचारों के एक सबूत हैं प्रेसिडेंट ट्रंप।
वर्तमान में ट्रंप शक्तिशाली अमेरिका के सिर्फ एक राष्ट्रपति हैं।उन्होंने आगे कहा कि ‘मौका पड़े तो गधे को भी बाप कहना पड़ता है।’ यह दुनिया का नियम है। अभी अमेरिका शक्तिशाली है और उसके राष्ट्रपति भी कुर्सी पर रहने तक ही बलवान रहते हैं और अभी उस कुर्सी पर ट्रम्प हैं ।इसलिए शक्तिशाली राष्ट्रपति के स्वागत के लिए भारत सरकार द्वारा विशेष तैयारी की जा रही है।