जम्मू-कश्मीर (JAMMU KASMIR) के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जन सुरक्षा कानून (Public safety law) के तहत मामला दर्ज होने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को ट्वीट कर मोदी सरकार से सवाल किया कि किस आधार पर दोनों नेताओं के खिलाफ इस कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
On what basis has PSA been slapped on @omarabdullah and @mehboobamufti?
They upheld the Constitution of India, abided by the democratic process, stood up to separatists, and never ascribed to violence and divisiveness..1/2https://t.co/QoZQS0vGsE
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 7, 2020
प्रियंका ने कहा यह भी कहा कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्री रिहाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ उमर और महबूबा ने भारत के संविधान को कायम रखा, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अनुपालन किया और कभी भी हिंसा एवं विभाजन से संबंध नहीं रखा। वे बिना किसी आधार के अनिश्चिकाल के लिए कैद में रखे जाने के नहीं, बल्कि रिहा किए जाने के हकदार हैं।’’
दरअसल, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की छह महीने की एहतियातन हिरासत पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले बृहस्पतिवार (छह फरवरी) को उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया। इससे पहले दिन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव और पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरताज मदनी पर भी पीएसए लगाया गया।