शिवपुरी : जनपद क्षेत्र के गांव नयाखेड़ा डेम, उमरीकला ,कैडर, नयाखेड़ा, भयाबन आदि गांव में नल-जल योजना ठप है। अभी जनवरी माह को बीते हुए कुछ ही दिन हुए है और गांवो के लोग पानी को तरस रहे हैं। भयाबन गांव में तो पानी की टंकी होने के बाद भी नल-जल योजना शुरु नही हो सकी। और नयाखेड़ा डेम,उमरीकला,कैडर,और नयाखेड़ा , आदि गांवो में पाइप लाइन डाल कर नल कनेक्सन भी दे दिए लेकिन इसके बाद भी नल-जल योजना बन्द पड़ी हुई है जिसमे सरपंच और सचिव की लापरवाही साफ नजर आ रही है।
लोग दूषित पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। अभी तो जनवरी माह के कुछ दिन ही बीते है और अभी से ये हालात बने हुए है आगे आने वाले दिनों में लोगो को भारी समस्या का सामना करना पड़ेगा। लोगों को पानी भरने 1-2 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। जबकि नल जल योजना का काम पूरा 4-5 माह पहले पूरा हो चुका है लेकिन अभी वहां पर सप्लाई शुरू नहीं हुई है।
गोर करने वाली बात यह है की काम पूरा होने के बाद भी गांवके सरपंच और सचिवो ने नल- जल योजना को चालू नहीं करवा पाया। भीषण गर्मी में जब लोगों को सबसे अधिक पानी की जरूरत होती है तब यहां के लोगों को एक बाल्टी पानी भी मुश्किल से मिल पा रहा है। जिससे पेयजल की किल्लत मची हुई है।
बंद पड़ी नल जल योजना को शुरू कराने के लिए सरपंच से कई बार कहने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिम्मेदारों द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है सरकार की तरफ से सब सुविधा देने के बाद भी बंद नलजल योजना को सुधार कर चालू नहीं कियागया। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच और सचिव जिम्मेदारी से काम नही कर रहे हैं जिससे हमें इसका लाभ नही मिल पा रहा है और नलजल योजना का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इससे ग्रामीण भारी परेशान है। उनका अधिकांश समय पानी की व्यवस्था करने में ही बीत रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच भी समस्या को गंभीरता पूर्वक नहीं ले रहे हैं। शासन के निर्देशानुसार नलजल योजना की मरम्मत की जिम्मेदारी सरपंचो की है।
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