नयी दिल्ली : सार्वजनिक उपक्रम तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के तीन कर्मचारियों के रविवार को दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के साथ ही कंपनी के छह कर्मचारियों ने मिशन एवरेस्ट को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। तेल एवं गैस की खोज एवं उत्पादन करने वाली दुनिया की इस प्रमुख कंपनी के तीन कर्मचारियों संतोष कुमार, निर्मल कुमार और प्रभात गौरव ने रविवार को माउंट एवरेस्ट पर कदम रखकर इतिहास रच दिया। इससे एक दिन पहले ही कंपनी के तीन और कर्मचारी योगेन्दर गारबियाल, एन जगोई और राहुल जारंगल ने एवरेस्ट की 8,848 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचने का गौरव प्राप्त किया है।
ओएनजीसी के इन कर्मचारियों ने भारतीय माउंटेनियरिंग फाउंडेशन के सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट लोवराज सिंह धरमशक्तु के नेतृत्व में एवरेस्ट की चढ़ाई चढऩे में सफलता प्राप्त की। कंपनी की यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार जोरहाट ओएनजीसी के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार, मुंबई के कार्यकारी अभियंता (मैकेनिकल) निर्मल कुमार और अंकलेश्वर कार्यकारी अभियंता (इलेक्ट्रिकल) प्रभात गौरव रविवार प्रात: 08.05 बजे एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गये। सभी कर्मचारी स्वस्थ हैं। इससे पहले जिन तीन कर्मचारियों ने शनिवार को एवरेस्ट फतह की थी वह एवरेस्ट बेस कैंप में लौट आये हैं।
ओएनजीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक दिनेश के। सर्राफ ने कर्मचारियों की इस सफलता पर उन्हें बधाई दी है। सर्राफ ने ट्वीट कर कहा, ”यह जानकार कि ओएनजीसी के छह कर्मचारियों ने एवरेस्ट पहुंचने में सफलता पा ली है मैं काफी गर्व महसूस कर रहा हूं।” ओएनजीसी के मानव संसाधन विभाग का यह प्रयास रहा है कि कर्मचारियों में साहस, साझेदारी और टीम भावना को मजबूत किया जाये। मिशन एवरेस्ट का विचार टीम के अक्तूबर 2015 में एवरेस्ट बेस कैंप ट्रेक को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद पैदा हुआ। इंडियन माउंटेनियरिंग फेडरेशन (आईएमएफ) ने भी इस अभियान में काफी सहयोग दिया।