18 से लेकर 22 सितंबर के बीच प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए नए संसद के बिल्डिंग में एक विशेष सत्र बुलाई जा रही है। जिसके लिए आने को तैयारी की जा रही है आज नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर नई संसद भवन के गज द्वार पर देश के उपराष्ट्रपति धनखड़ द्वारा तिरंगा फहराया गया। 18 सितंबर से शुरू होने वाले विशेष सत्र की बैठक को लेकर आज से ही तैयारी शुरू कर दी गई है जहां आज नई संसद भवन के सामने गज द्वार पर उपराष्ट्रपति ने तिरंगा फहराया जिनके साथ तमाम नेता मौजूद थे। यह खास कार्यक्रम विश्वकर्मा जयंती पर रखा गया है क्योंकि आज से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्म दिवस के मौके पर विश्वकर्मा योजना की घोषणा करने वाले हैं।
कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे
इस तिरंगा फहराने के समारोह को सुबह 9:30 मिनट पर रखा गया। जहां नए संसद के गज द्वार पर लोकसभा अध्यक्ष और स्पीकर ओम बिरला साथ ही देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ यहां पर मौजूद रहे। इतना ही नहीं बल्कि खास मौके पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन, पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और प्रमोद तिवारी सभी उपस्थित थे। हालांकि ध्वजारोहण के समय एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी कमी काफी खल रही थी जी हां बात कर रहे हैं मल्लिकार्जुन खड़गे की जो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। जो इस सम्मेलन में शामिल नहीं थे। उन्होंने पहले ही चिट्ठी के जरिए लेकर कह दिया था कि वह इस समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे को 15 सितंबर की शाम को ही ध्वजारोहण के निमंत्रण का आमंत्रण पत्र मिल चुका था।
कब शुरू है कार्यक्रम ?
बता दे कि यह कार्यक्रम 18 सितंबर से शुरू हो रहे हैं संसद के विशेष सत्र से एक दिन पहले हो रहा है। देश में 18 से 22 सितंबर तक चलने वाले विशेष संसद सत्र पुराने भवन में शुरू होगा और फिर नए भवन में चलेगा. नये संसद में आयोजित होने वाला पहला सत्र होगा जिसका उद्घाटन 28 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। संसद के विशेष सत्र से पहले रविवार शाम 4:30 बजे सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की जाएगी।