यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच भारत ने अपने नागरिकों को सुरक्षित तरीके से वापिस निकाला और इस अभियान की हर तरफ तारीफ हुई। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमलों के बीच वहां से भारतीयों को वापस निकालने के लिए चलाया गया ‘ऑपरेशन गंगा’ अब तक किसी भी देश द्वारा कहीं भी चलाये गये सबसे सुनियोजित और सफल निकासी अभियानों में से एक है।
कुछ छात्र शुरू में यूक्रेन नहीं छोड़ना चाहते थे
लोकसभा में नियम 193 के तहत यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री पुरी ने कहा कि सभी दलों के सदस्यों ने यूक्रेन से अपने नागरिकों को निकालने के सरकार के अभियान की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भारत के परामर्शों के बाद काफी भारतीय छात्रों ने वहां से निकलने के लिए तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन कुछ छात्र शुरू में यूक्रेन नहीं छोड़ना चाहते थे।
अभियान में पुरी ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
पुरी ने कहा कि बाद में उनमें से अनेक छात्रों ने बताया कि यूक्रेन के जिन शिक्षण संस्थानों में वे पढ़ रहे थे, वहां के अधिकारियों ने उन्हें यह समझाने का प्रयास किया कि हालात जल्द सही हो जाएंगे। पुरी ने कहा कि कुछ छात्रों को यह कहकर रोकने का प्रयास किया गया कि उनके पाठ्यक्रम का थोड़ा समय बचा है, ऐसे में वे बीच में पढ़ाई छोड़कर जाएंगे तो नुकसान होगा। गौरतलब है कि यूक्रेन से निकासी अभियान के समन्वय के लिये सरकार द्वारा भेजे गए मंत्रियों के दल में हरदीप पुरी भी शामिल थे।
उड़ानों की संख्या एक दिन में 4 से 7 और बाद में 11 तक बढ़ाई गयी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों और मार्गदर्शन में सरकार ने तथा अधिकारियों ने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए डटकर प्रयास किये और उड़ानों की संख्या एक दिन में 4 से 7 और बाद में 11 तक बढ़ाई गयी। केंद्रीय मंत्री ने पूर्व में चलाये गये ऐसे अनेक अभियानों-‘ऑपरेशन सेफ होम कमिंग’, ‘ऑपरेशन राहत’, ‘ऑपरेशन मैत्री’ और ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ आदि के नाम गिनाये।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपने 39 साल के अनुभव के आधार पर सकता हूं कि ऑपरेशन गंगा अब तक किसी भी देश द्वारा कहीं भी चलाये गये सबसे अच्छी तरह समन्वित और सफल निकासी अभियानों में से एक है।’’ पुरी ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से युद्ध के बीच यूक्रेन से न केवल भारतीयों को बल्कि पड़ोसी देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित वापस लाया गया।