केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां संशोधित नागरिकता कानून को लेकर लोगों को उकसा कर दंगे करवा रही हैं। वे ‘‘भ्रम’’ फैला रही है कि नए कानून के कारण मुस्लिkम अपनी नागरिकता गवां देंगे।
उन्होंने ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशीलता’’ से संबंधित महत्त्वपूर्ण मुद्दों जैसे अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करना, सीएए और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की।
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में यहां आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि ‘‘विपक्ष के लोग संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भ्रांति फैला रहे हैं कि इससे मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी। वे (विपक्ष) लोगों को उकसा रहे हैं, दंगे करा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले भी यह कहा है और अब इसे फिर से कह रहा हूं कि सीएए की वजह से किसी भी भारतीय मुस्लिम की नागरिकता नहीं जाएगी। इसका उद्देश्य किसी की नागरिकता लेना नहीं, बल्कि नागरिकता देना है। यह कानून उन धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है, जिन्हें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित किया गया है। किसी की नागरिकता छीनना इस कानून का मकसद नहीं है।’’
सीएए को एक ‘‘ऐतिहासिक कदम’’ बताते हुए शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टिंया, सपा, बसपा और ‘ममता दीदी’ इसके बारे में झूठ फैला रही हैं।
नए कानून के बारे में ‘भ्रांति’ फैलाने की कोशिशों पर लोगों से गुमराह नहीं होने की अपील करते हुए, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने इस काम को करके महात्मा गांधी, सरदार पटेल, मौलाना आजाद जैसे नेताओं और उन लोगों के सपने साकार किए हैं, जो तीन देशों के सताए गए अल्पसंख्यकों के लिए भारतीय नागरिकता देने के पक्षधर थे।
शाह ने इसपर रैली में आए लोगों से पूछा,‘‘ क्या उन्हें भारतीय नागरिकता नहीं मिलनी चाहिए? क्या उनके मानवाधिकारों की रक्षा नहीं की जानी चाहिए?’’, जिसपर दर्शकों ने जोर से ‘‘हां’’ बोलकर इसका जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि लोगों को बाहर आना चाहिए और जो लोग दिक्कत पैदा कर रहे हैं उनसे पूछना चाहिए कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम का कौन सा उपबंध लोगों की नागरिकता छीनने की बात करता है।
शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 70 सालों से लटके कुछ मसलों का समाधान किया है जिसमें अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना शामिल है, जिसके तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्राप्त था।
उन्होंने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर अलग-थलग पड़ गया था। इसके निरस्त होने के साथ ही कश्मीर अब भारत माता का ताज है।’’
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर उच्चतम न्यायालय में दशकों से राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लटकाए रखने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने 303 सीटों के साथ दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापस आने के बाद, अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। अब अयोध्या में गगनचुंबी मंदिर का निर्माण होगा।’’
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने पूर्वी भारत के विकास के दरवाजे खोले। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पिछले 55 साल में जो करने में विफल रही, उसे हमने पांच साल में कर दिया।
उन्होंने कहा कि मोदी अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में एक बहुत बड़ी योजना लाए हैं, जिसके तहत 2024 तक देश के हर घर में नल से स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाना है। शाह ने कहा, ‘‘इस योजना का सबसे बड़ा फायदा अगर किसी राज्य हो हाने वाला है तो वह ओड़िशा है।’’
शाह ने ओडिशा के लोगों को भाजपा को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया, जिसने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हटाकर राज्य में मुख्य विपक्षी दल का स्थान हासिल कर लिया।
उन्होंने कहा कि इतने वर्षों की यात्रा में यहां कांग्रेस पार्टी पहली बार मुख्य विपक्षी दल से नीचे उतरी और भाजपा का हमारा कार्यकर्ता आज विपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा में बैठकर ओड़िशा की जनता की आवाज बना है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के बाद मैं पहली बार ओड़िशा आया हूं। मैं भाजपा की तरफ से आपको धन्यवाद देता हूं कि आपने 8 सीटों पर हमे विजय दिलायी ।’’
शाह ने कहा, ‘‘मैं आज सभी ओड़िशा वासियों को बताना चाहता हूं कि मैं पांच साल तक पार्टी अध्यक्ष रहा हूं, अनेक बार ओड़िशा आया हूं और यहां के अनेक नगरों में गया और कार्यकर्ताओं से मिला हूं। कभी भी ओड़िशा मुझे गुजरात से अलग नहीं लगा और यह हमेशा मुझे अपना दूसरा घर लगा।’’