केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आज जंतर-मंतर पर एक आंदोलन शुरू किया है। किसानों का ये आंदोलन ‘किसान संसद’ की तरह आयोजित होगा। आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। किसानों के इस प्रदर्शन को विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है।
किसानों के इस आंदोलन को समर्थन देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हम किसानों के मुद्दों को सदन में उठा रहे हैं। किसान हमारी रीढ़ की हड्डी है। किसानों के बिना हम जी नहीं सकते। उस आवाज को उठाना ज़रूरी है और हम उठाएंगे। वहीं किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सांसदों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया।
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस सांसदों का प्रदर्शन, संसद परिसर में लगाए नारे
वहीं आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद भगवंत मान ने कहा, कृषि कानूनों के वापस लेने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर बयान देते हैं कि हम किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं, बस वे 3 कानूनों को वापस लेने की बात न करें। तो फिर और क्या बात करें?
कृषि कानूनों के खिलाफ महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने आज जंतर-मंतर पर एक आंदोलन शुरू किया है। आंदोलन में शामिल होने के लिए सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बसों में भरकर जंतर-मंतर पर पहुंच रहे हैं। आरएएफ और सीआरएफ सहित केंद्रीय बलों के साथ दिल्ली पुलिस को व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है।