विपक्ष ने सोमवार को पेगासस जासूसी मुद्दे पर राज्यसभा में निलंबन और लोकसभा में स्थगन का नोटिस दिया। रणनीति बनाने के लिए विपक्ष के नेता लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बैठक हुई। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सदन नहीं चल पा रहा है जिसकी जिम्मेदार सरकार है। सरकार नहीं चाहती है कि उनकी पोल खुले, अगर पेगासस पर बहस हो गई तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सरकार को दिक्कत होगी। सरकार ये तो कहती है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन वो चर्चा नहीं करना चाहते।
लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस दिया है, जिसमें कहा गया है कि “तथ्य यह है कि सरकार ने स्पष्ट रूप से इस बात से इनकार नहीं किया है कि आधिकारिक तौर पर पेगासस का इस्तेमाल किया गया है। सर, यह गंभीर चिंता का विषय है और इसलिए मैं उसी को बढ़ाना चाहता हूं।”
बता दें कि मनीष तिवारी ने पेगासस विवाद पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। वहीं, कांग्रेस के ही एक दूसरे सांसद मणिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। टैगोर ने पेगासस प्रोजेक्ट पर संसद में चर्चा की मांग की है। अपने नोटिस में कांग्रेस सांसद ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृहमंत्री की मौजूदगी में ये चर्चा की जाए।