इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation of Islamic Cooperation) के महासचिव द्वारा की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, भारत सरकार (Indian Government) ने सोमवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के पदाधिकारियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों के बारे में ओआईसी की अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।
OIC को भारत ने दिया करारा जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि “भारत सरकार सभी धर्मों को सम्मान देती है। एक धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं। वे किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दिखाता है। विवादित बयान देने वालों पर कड़ी कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है।” भारत ने ओआईसी की टिप्पणी को प्रेरित, भ्रामक और शरारतपूर्ण बताया है।
पैगंबर के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर OIC ने कही थी यह बात
ओआईसी ने पैगंबर के खिलाफ टिप्पणियों के लिए भारत की खिंचाई की और संयुक्त राष्ट्र से “भारत में मुसलमानों को लक्षित किये जाने की समस्याओं” को सुलझाने के लिए आवश्यक उपाय करने का आह्वान किया। ओआईसी ने कथित तौर पर कहा कि “ये गलतियां भारत में इस्लाम के प्रति घृणा में हो रही बढ़ोतरी को दिखाता है। ओआईसी ने विशेष रूप से ‘शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध और मुसलमानों की संपत्ति को गिराने’ का जिक्र किया और भारत में मुसलमानों की सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
अरिंदम बागची ने OIC की टिप्पणी को बताया ‘भ्रामक’
अरिंदम बागची ने कहा कि “यह खेदजनक है कि ओआईसी सचिवालय ने फिर से प्रेरित, भ्रामक और शरारतपूर्ण टिप्पणियां की। यह केवल उनके विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करता है। हम ओआईसी सचिवालय से अपने सांप्रदायिक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने से रोकने का आग्रह करेंगे। भारत में सभी धर्मों का समान सम्मान किया जाता है।” बताते चलें कि सऊदी अरब ने भी सोमवार को कतर, ईरान और कुवैत के साथ मिलकर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ एक भाजपा नेता की विवादास्पद टिप्पणी की निंदा की।
BJP ने नुपुर शर्मा को किया निलंबित, बयान में कही यह बात
वहीं, भाजपा ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) को निलंबित कर दिया और पैगंबर के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणी के बाद दिल्ली के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को भी निष्कासित कर दिया। टिप्पणी पर मुस्लिम समूहों के विरोध के बीच, पार्टी ने अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने और इन सदस्यों से खुद को दूर करने के उद्देश्य से एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है।