राजस्थान की राजधानी में इस साल के पहले चंद्रग्रहण पर तांबे के चंद्र के दर्शन के लिए कल भारत ज्ञान विज्ञान समिति की ओर से जयपुर के मानसरोवर में शिप्रा पथ अरावली मार्ग पर स्थित टी पॉइंट पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन रखा गया है।
समिति की ओर से चंद्र दर्शन कार्यक्रम शाम पांच बजे रखा गया है और इस मौके पर वैज्ञानिक डॉ. अनुरथ विलियन्सन (निदेशक आई आई आर एम) भी मौजूद रहकर आम लोगों का ज्ञानवर्द्धन करेंगे।
समिति के प्रवक्ता ने बताया कि 31 जनवरी को इस साल के पहले चंद्रग्रहण पर सुपरमून बहुत ही विशेष दिखाई देगा क्योंकि 150 साल बाद ऐसा ग्रहण देखने को मिल रहा है।
ग्रहण के समय चांद नारंगी और लाल रंग का दिखाई देगा। यही वजह है कि इसे कॉपर मून या सुपर ब्लड, ब्लू मून कहा जा रहा है। सुपरमून 14 फीसदी बड़ और चमकीला होगा। इस प्रकार का ग्रहण इसके बाद 2028 और 2037 मे देखने को मिलेगा।
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