भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्री विलावल भुट्टो को जान से मारने की धमकी मिल रही है। विलावल भुट्टो अकसर भारत के खिलाफ बोलकर चर्चा में बने रहते है।
लेकिन इस बीच वो फिर सुर्खियों में बने हुए हैं। वो इसलिए क्योंकि टीटीपी और पाकिस्तान के बीच जंग शुरु हो चुकी है। दरअसल अफगानिस्तान समर्थित ‘तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान’ के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने अभियान तेज कर दिया है।
पाकिस्तान ने टीटीपी के 11 आतंकवादियों को मार गिराया
हाल ही में कई बड़े हमलों को अंजाम देने वाले टीटीपी के खिलाफ पाक के सुरक्षाबलों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। गुरुवार को पाकिस्तान आर्मी ने पश्चिमी बॉर्डर पर एक ऑपरेशन चलाकर टीटीपी के 11 आतंकवादियों को मार गिराया था। जिसमें टीटीपी का कमांडर हाफिजुल्लाह तोरे भी मारा गया।
रेड अलर्ट मोड पर पाकिस्तानी आर्मी
इस समय पाकिस्तानी आर्मी टीटीपी के खिलाफ रेड अलर्ट मोड पर है। आर्मी लगातार टीटीपी के आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक, TTP के गढ़ सलाला गुश्ता शहर में पाकिस्तान ने एयर स्ट्राइक भी की है। एसा दावा किया जा रहा है। बता दें पाकिस्तान की एयर फोर्स ने गुरुवार को दो हवाई हमले किए। हालांकि इस हमले का पाकिस्तान ने खंडन किया।
मौत से नहीं डरता- विदेश मंत्री
इस बीच टीटीपी ने पाक के विदेश मंत्री विलावल भुट्टो को जान से मारने की धमकी दी है। बिलावल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं मौत से नहीं डरता। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने पूर्वी अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के खिलाफ हवाई हमले किए हैं। उसने इस तरह के दावों को ‘पूरी तरह निराधार और दुर्भावनापूर्ण’ करार दिया है।
टीटीपी ने विदेश मंत्री को जान से मारने की धमकी दी
सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान के एक अखबार हश्त-ए-सुभ डेली की उस खबर के कुछ घंटे बाद ये बात सामने आई है जिसमें पाकिस्तान ने नंगरहार प्रांत में टीटीपी के गढ़ों पर हवाई हमला किया और गुश्ता जिले के आसपास के क्षेत्र में सलाला के ठिकानों पर बमबारी की।
पाकिस्तान और तालिबान की लड़ाई में 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए
बता दें कि पाकिस्तान और तालिबान के बीच पिछले एक साल में हुई झड़पों में 1,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इसी को लेकर पाकिस्तान के गृह मंत्री कह चुके हैं कि अगर तालिबान ने टीटीपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान में घुसकर हमला करेगी।