जम्मू-कश्मीर पर राहुल गांधी के ताजा बयान को लेकर कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि राहुल मन से नहीं बल्कि परिस्थिति एवं जन दबाव के कारण अपने बयान से पलटे हैं और कांग्रेस नेता एवं उनकी पार्टी को इस शर्मशार करने वाले गैर जिम्मेदाराना बयान के लिये देश से माफी मांगनी चाहिए जिसका पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर इस्तेमाल कर रहा है।
भाजपा ने कहा कि राहुल पाकिस्तान के हाथों में खेल रहे हैं और उनके बयान को पड़ोसी देश संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “कांग्रेस ने अपनी हरकतों से देश को शर्मशार किया है। जिस प्रकार राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के बारे में टिप्पणियां कीं, वो निंदनीय है।”
उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेद रहे हैं लेकिन ऐसा कभी किसी ने नहीं कहा या बोला जिसका पाकिस्तान ने इस्तेमाल किया हो। इस तरह का गैर जिम्मेदाराना राजनीतिक व्यवहार पिछले 70 वर्षो में नहीं देखा गया। जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी ने एक बयान दिया था कि जम्मू-कश्मीर में कुछ सही नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि वहां से हिंसा की रिपोर्ट आ रही हैं। हम पूछना चाहते हैं कि राहुल गांधी कहां से ये जानकारियां ला रहे हैं ?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने गलत बयान दिया है, जम्मू कश्मीर में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी के बयान को सबूत बनाते हुए पाकिस्तान ने यूएन में एक याचिका लगाई है। ये दिवालियापन तो है ही साथ ही कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति भी है।
भाजपा नेता ने कहा कि इस बयान से जब देशभर के लोगों का गुस्सा सामने आया तो राहुल गांधी को आज बयान से यू-टर्न लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर की जो सोच है वही कांग्रेस की असली सोच है। उसी सोच का दर्शन राहुल गांधी के इस बयान में दिखा है। कांग्रेस और राहुल गांधी दोनों को देश से मांफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वायनाड से जीतने के बाद क्या राहुल ने सोच भी बदल ली? जिन्होंने देश में आपातकाल लगाया वह हमें न सिखाएं। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान ने राहुल गांधी के जिस बयान का कथित तौर पर हवाला दिया है वह बयान उन्होंने पिछले दिनों विपक्षी नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे से वापस दिल्ली भेजे जाने के संदर्भ में दिया था।
गत रविवार को राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा था, “जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्वतंत्रता और नागरिकों की आजादी पर अंकुश लगे हुए 20 दिन हो गए हैं। विपक्ष और मीडिया को तब जम्मू-कश्मीर के लोगों पर किए जा रहे बल प्रयोग और प्रशासनिक क्रूरता का अहसास हुआ, जब उन्होंने शनिवार को श्रीनगर का दौरा करने की कोशिश की।”
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह कई मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार से असहमत हैं, लेकिन यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान या कोई दूसरा देश इसमें दखल नहीं दे सकता। राहुल गांधी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में हिंसा भड़का रहा है और आतंकवाद समर्थक के तौर पर दुनिया भर में जाना जाता है।