मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर भारत के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन की शिकायत की है। बता दें कि इस पत्र में पाकिस्तान न सिर्फ राहुल गांधी के बयान का हवाला दिया है। बल्कि हरियाणा के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर का भी नाम शामिल है।
पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मिजारी की ओर से लिखे गए गए सात पन्ने के पत्र में हरियाणा के मुख्यमंत्री के 10 अगस्त के बयान का हवाला दिया है। सूत्रों के अनुसार यह कहा गया कि कश्मीर अब खुल गया है, बहुओं को वहां से यहां लाया जा सकेगा। हालांकि, बाद में खट्टर ने इसे एक मजाक करार दिया था।
यूएन को संबोधित पत्र में लिखा गया है। हिंसा की घटनाओं को कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी जैसे मुख्यधाराओं के राजनेताओं ने कबूल किया है. इस फैसले की वजह से वहां बहुत गलत हो रहा है।” राहुल गांधी ने इससे पहले केन्द्र सरकार से जम्मू कश्मीर की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी थी। उन्होंने यह कहा था कि कुछ ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं। कि जम्मू कश्मीर में गलत हो रहा है
यह महत्वपूर्ण है कि भारत के प्रधानमंत्री और सरकार को केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में जो कुछ भी रहा है, उसको लेकर काफी पारदर्शी होना चाहिए। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र में राहुल गांधी के बयान का हवाला दिया है. वहीँ राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।
तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने इसे ‘यू-टर्न’ मानने से मना कर दिया। केन्द्र सरकार ने कहा कि कांग्रेस ने कश्मीर घाटी में ‘गैर जिम्मेदार’ बयान देकर देश का अपमान किया है। साथ ही, इस बात पर जोर देकर कहा कि पाकिस्तान ने राहुल के उस बयान का भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में अपनी याचिका में हवाला दिया है।