पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के लिए तीसरे कांसुलर एक्सेस की पेशकश की है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि बैठक के दौरान सुरक्षा कर्मियों को नहीं रखने वाली मांग को स्वीकार करते हुए भारत को एक वर्बेल नोट भेजा गया है।
इसके साथ ही कुरैशी ने आरोप लगाया कि उसने बिना कांच और वीडियो रिकॉर्डिंग मुलाकात कराने की भारत की शर्तें मानीं फिर भी भारत ने बहाने बनाए। अगर भारत बिना सिक्यॉरिटी के जाधव से मुलाकात करना चाहता है, तो तीसरी राजनियक पहुंच में इसकी भी इजाजत दी जाएगी।
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इससे पहले गुरुवार को हुई मुलाकात के बाद भारतीय राजनयिकों ने कहा था कि यह ‘‘न तो सार्थक थी और ना ही विश्वसनीय’’ तथा जाधव तनाव में नजर आए। पाक विदेश कार्यालय ने गुरुवार को दावा किया कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों का जाधव से बेरोक-टोक और निर्बाध संपर्क मुहैया कराया गया।
कुलभूषण भारतीय नौसेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्हें जासूसी एवं आतंकवाद के आरोपों में अप्रैल 2017 में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद, भारत ने जाधव को राजनयिक संपर्क मुहैया नहीं कराए जाने के खिलाफ और उनकी मौत की सजा को चुनौती देने के लिए हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) का रुख किया।
आईसीजे ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि पाकिस्तान को जाधव की दोषसिद्धि एवं सजा की प्रभावी समीक्षा करनी होगी और पुनर्विचार करना होगा, साथ ही बगैर किसी देर के भारत को राजनयिक स्तर पर उनसे संपर्क करने की भी इजाजत दी जाए।