इस्लामाबाद : भारतीय वायु सेना की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बालाकोट में मंगलवार को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की गयी कार्रवाई से सन्न पाकिस्तान ने इस मसले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में यहां हुई उच्च स्तरीय बैठक में भारतीय वायु सेना की कार्रवाई को नियंत्रण रेखा का उल्लंघन बताते हुए इस मसले को इस्लामी सहयोग संगठन, संयुक्त राष्ट्र और अन्य मित्र देशों के समक्ष उठाने का फैसला किया है। इस बैठक में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, रक्षा और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत सेना और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने के लिए उनसे संपर्क करेंगे। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि संसद को विश्वास में लेने के लिए संयुक्त सत्र बुलाया जायेगा।विदेश मंत्री ने भारतीय वायु सेना की कार्रवाई के बाद नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात से लोगों को अवगत कराया।
बैठक में शामिल लोगों को भारत की ओर से किसी भी कार्रवाई का जवाब देने के लिए पाकिस्तानी वायु सेना की तैयारी के बारे में अवगत कराया गया। इस बैठक से पहले श्री कुरैशी ने विदेश मंत्रालय में एक आपात मंत्रणा बैठक बुलायी। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा करने और किसी भी भारतीय कार्रवाई का माकूल जवाब देने का अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले से ही कह रहे थे कि ऐसा हो सकता है।
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ आज कार्रवाई की। भारत ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया।’’ इस बीच विपक्षी दलों की मांग पर संसदीय मामलों के मंत्री अली मुहम्मद खान ने संसद का संयुक्त सत्र बुलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘संसद का संयुक्त सत्र आयोजित होगा। मैं कोशिश करूंगा कि संयुक्त सत्र का आयोजन आज ही हो जाये, भले वह मध्यरात्रि में ही क्यों न हो। मैं अभी-अभी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक से आया हूं और मैंने उसमें शामिल लोगों से कहा है कि इस मसले पर संसद और देश एकजुट है।’’
पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली के सत्र में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता सुर्शीद शाह ने संयक्त सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘हम युद्ध की स्थिति में हैं। संसद को एक साथ बैठकर निर्णय लेना चाहिए। भारत हमारे आंतरिक मतभेदों का फायदा उठाकर हम पर हमला करना चाहता है। हमें भारत और पूरी दुनिया को दिखाना होगा कि पूरा देश एकजुट है।