Parliament Security Breach : आरोपियों में कोई गांधी आलोचक तो कोई भगत सिंह का फैन, हुआ सनसनीखेज खुलासा

Parliament Security Breach : आरोपियों में कोई गांधी आलोचक तो कोई भगत सिंह का फैन, हुआ सनसनीखेज खुलासा
Published on

संसद की सुरक्षा में सेंधमारी कई सवलो को खड़ा करते है। जिन आरोपी युवाओ ने इस कृत को अंजाम दिया क्या वो सिर्फ चेहरा थे ? क्या इनके भी पीछे कोई और बड़ा मैडमास्टर है ? क्या 2024 में चुनाव से पहले सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए ये सब किया गया ? ये सब तो जांच का विषय है। संसद में ऐसा करने वाले अपनी कैसी मानसिकता रखते है इसके लिए एक बार उनका सोशल मीडिया का विश्लेषण किया जाए। विश्लेषण से ज्ञात होता है कोई भगवान कृष्ण को आदर्श मानते हैं तो कुछ भगत सिंह, आंबेडकर और फिदेल कास्त्रो के फॉलोअर हैं तो कुछ महात्मा गांधी और नेहरू के विचारों का खंडन करते है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों को सात दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। आरोपियों ने इसके पीछे की वजह बेरोजगारी और देश की अन्य समस्याओ के खिलाफ प्रदर्शन बताया। सागर और मनोरंजन को विजिटर्स गैलरी से कूदने के बाद लोकसभा चैम्बर से ही गिरफ्त में लिया था । वही , नीलम और अमोल को संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किया। पुलिस ने विशाल नाम के आरोपी को भी गिरफ्तार किया है, जिसके यहां गुरुग्राम में ये आरोपी ठहरे हुए थे। जबकि, इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड माना जा रहा ललित झा ने दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया जिसे पुलिस ने स्पेशल सेल को सौंप दिया ललित मूल रूप से बिहार का है, लेकिन वो कोलकाता में रहता है। दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने सभी आरोपियों के के विरुद्ध आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए समेत आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। जब इन गिरफ्तार आरोपियों की ऑनलाइन गतिविधियों का विश्लेषण किया, तो पता चला कि ये क्रातिंकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से काफी प्रभावित थे।

नीलम रानोलिया

नीलम रानोलिया ने सोशल मीडिया पर अपने को सामाजिक कार्यकर्ता बताया। उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल देखकर पता चलता है कि वो संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की कट्टर फॉलोअर हैं। लेकिन डॉ आबेंडर ने कानून से बाहर जाकर शायद ही कोई हिंसक प्रदर्शन किया हो। उनके परिवार का दावा है कि नीलम के पास MA., B.Ed और M.Ed की डिग्री है। साथ ही उन्होंने M.Phil और NET का एग्जाम भी क्लियर है। सोशल मीडिया प्रोफाइल देखने पर पता चलता है कि किसान आंदोलन, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सवाल उठती रहती हैं।

ललित झा

संसद भवन के बाहर ही नीलम और अमोल का वीडियो रिकॉर्ड किया था। ललित के पास इन सभी के मोबाइल फोन भी थे । ललित सोशल मीडिया पर बीजेपी सरकार की नीतियों पर अक्सर प्रश्न चिन्ह लगते रहते है । जबकि, सुभाष चंद्र बोस, फिदेल कास्त्रो, चंद्रशेखर आजा और समाजवादी कवि एडम गोंडावी के विचारों को बढ़ावा देता है। दिलचस्प बात ये है कि वो स्वामी विवेकानंद और जे. कृष्णमूर्ति का भी फॉलोअर है। वो एक गैर-रजिस्टर्ड एनजीओ साम्यवादी सुभाष सभा का महासचिव भी है। इस एनजीओ की मांग है नोट पर महत्मा गांधी की जगह सुभाष चंद्र बोस की छवि हो। सोशल मिडिया पर ललित अधिकतर ललित पीएम नरेंद्र मोदी और NATO गठबंधन की आलोचना करता है। साथ ही वो महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू की अहिंसावादी विचारों का मजाक भी उड़ाता है।

अमोल शिंदे

तीसरा आरोपी अमोल शिंदे स्पोर्ट्स लवर है। वो भगत सिंह के समर्थक है। भगत सिंह की तस्वीर और विचारो वाले कपडे पहनते है। अपने दो पहिया वाहन पर भगत सिंह की तस्वीर लगाते है। आरोपी के परिवार वालो का कहना है। कि वो भगवान शिव का भक्त है। वो सेना में जाना चाहता था. उसने अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल में लिखा है, 'शहीदों की शहादत को सलाम!

सागर शर्मा

सागर शर्मा ने अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल के बायो में खुद को 'साइलेंट वोल्कैनो' बताता है। उसने अपनी बायो में लिखा है, 'सादा जीवन, उच्च विचार. राइटर, पोएट, फिलोसफर, एक्टर, थिंकर और आर्टिस्ट' महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण की ओर से दिए गए संदेश भी वो सोशल मीडिया पर शेयर करता है। इस घटना से पहले भी सागर ने एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें लिखा था, 'जीते या हारे, पर कोशिश तो जरूरी है। अब देखना ये है कि सफर कितना हसीन होगा। उम्मीद है फिर मिलेंगे

मनोरंजन

.मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी. इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है। लोकसभा चैम्बर में धुआं-धुआं करने वालों में मनोरंजन भी था। मनोरंजन सोशल मीडिया पर नहीं है। वो काफी पढ़ाकू प्रवृत्ति का है। उसके पिता ने गुरिल्ला वारफेयर, बायकुला टू बैंकॉक, वाटर वॉर्स, आर्ट ऑफ वॉर और ओलिवर ट्विस्ट जैसी किताबें दिखाते हुए मनोरंजन को 'किताबी कीड़ा' बताया था।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel 'PUNJAB KESARI' को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Related Stories

No stories found.
logo
Punjab Kesari
www.punjabkesari.com