कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस लिस्ट में राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा का नाम शामिल नहीं है। इसपर उन्होंने रविवार को ट्वीट कर लिखा, ‘शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई।’ खेड़ा के इस ट्वीट को उनकी नाराजगी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
ट्वीट पर मिले समर्थन के बाद खेड़ा सोमवार को सफाई देते हुए नजर आए। आज किए ट्वीट में कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘मुझे पहचान कांग्रेस ने दी है। मैं अपनी इस बात से सहमत भी हूं और इस पर अडिग भी हूं।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, हम पार्टी के प्रवक्ता हों या कांग्रेस की सरकार में कानून मंत्री हों, हमारी पहचान कांग्रेस से बनी है। यह हम में से किसी को नहीं भूलना चाहिए।’
‘मुझे पहचान कांग्रेस ने दी है’
मैं अपनी इस बात से सहमत भी हूँ और इस पर अडिग भी हूँ। https://t.co/zbc6LNwy5n— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) May 30, 2022
एक्ट्रेस से नेता बनीं नगमा ने पवन खेड़ा से सहमति जताते हुए लिखा कि उन्हें भी ऐसा ही लगता है… जैसे ‘इमरान भाई’ (इमरान प्रतापगढ़ी) को महाराष्ट्र से मैदान में उतारा गया है।
नगमा ने कहा, “सोनिया गांधी ने 2003-04 में उन्हें राज्यसभा में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत रूप से वादा किया था, जब मैं “उनके इशारे पर” पार्टी में शामिल हुईं। तब से 18 साल हो गए हैं, उन्हें कोई मौका नहीं मिला। इमरान को राज्यसभा भेजा गया है। मैं पूछती हूं कि क्या मैं कम योग्य हूं।”
हमारी भी १८ साल की तपस्या कम पड़ गई इमरान भाई के आगे । https://t.co/8SrqA2FH4c
— Nagma (@nagma_morarji) May 29, 2022
गौरतलब है कि कांग्रेस ने राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को मैदान में उतारा है। इनमें से कोई भी उम्मीदवार मूल रूप से राजस्थान से नहीं है।