दलित नेता प्रकाश आंबेडकर ने गुरूवार को राहुल गांधी से अपील की कि वे राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री के ‘‘बचाव’’ की पृष्ठभूमि में राकांपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर पुनर्विचार करें।
भरिपा बहुजन महासंघ (बीबीपी) प्रमुख आंबेडकर ने कहा कि पवार ने अपने बयान में कांग्रेस अध्यक्ष का ‘‘विरोध’’ किया है जिन्होंने फ्रांस से लड़ाकू विमानों की खरीद को लेकर प्रधानमंत्री पर सीधा हमला शुरू किया था।
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पवार ने एक बयान में कहा था कि राफेल सौदे में प्रधानमंत्री के इरादों को लेकर लोगों को कोई संदेह नहीं है। यद्यपि पवार बाद में अपने बयान से पलट गए थे और उन्होंने कहा था कि उनका आशय सौदे में किसी का समर्थन करने का नहीं था जिसे उन्होंने ‘‘देश की लूट’’ बताया।
आंबेडकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा (राफेल मुद्दे को लेकर) लगाये गए आरोपों का राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने विरोध किया। पवार ने मुद्दे पर राहुल गांधी का रुख अस्वीकार कर दिया। अब यह कांग्रेस पर है कि वह राकांपा के साथ गठबंधन जारी रखना चाहती है या नहीं।’’
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तरफदारी करने और संप्रग सरकार के दौरान तय हुई कीमत से अधिक कीमत पर विमान खरीदने का आरोप लगाया है। केंद्र की भाजपा सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है कि उसने एक विशेष उद्योगपति को फ्रांसीसी कंपनी राफेल के आफसेट साझेदार के तौर पर चुना।
पवार ने कहा था कि कांग्रेस और राकांपा महाराष्ट्र में चुनाव के लिए साथ आएंगी। बीबीएम और असदु्दीन ओवैसी नीत एआईएमआईएम ने हाल में अगले वर्ष होने वाले लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है।
आंबेडकर ने कहा कि उनकी पार्टी राकांपा के साथ हाथ नहीं मिलाएगी। चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ बीबीएम के संभावित गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर आंबेडकर ने कहा कि उनकी, पार्टी के नेताओं के साथ दो बैठकें हुई हैं जिसमें सीट बंटवारे पर चर्चा हुई है।