ग्वालियर: ग्वालियर संभाग के आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने कहा है कि भावान्तर भुगतान योजना का लाभ शतप्रतिशत पात्र किसानों को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। किसानों को उनकी फसल का भुगतान समय पर प्राप्त हो तथा किसान को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
संभाग आयुक्त श्री बी एन शर्मा ने अपने कार्यालय में भावान्तर भुगतान योजना, धान खरीदी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। संभाग आयुक्त श्री बी एम शर्मा ने कहा कि भावान्तर भुगतान योजना के साथ ही धान खरीदी के लिये भी निर्धारित केन्द्रों पर सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायें। खरीदी के बाद धान के भण्डारण की व्यवस्था भी चाक-चौबंद रखी जाए।
सभी खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में वारदाने की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही खरीदी केन्द्र पर किसानों के लिये पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
खरीफ के दौरान जिन लोगों का बीमा कराया गया है,उनकी राशि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की जाए। बैठक में बताया गया कि धान खरीदी के लिये संभाग में 64 केन्द्र स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में 298 टन धान खरीदी की जा चुकी है। इसी प्रकार भावान्तर भुगतान योजना के तहत संभाग के 29 मंडियों तथा दो उपमंडियों में खरीदी का काम किया जा रहा है।
किसानों को उनकी फसल का भुगतान भी समय पर प्राप्त हो, यह सुनिश्चित किया गया है। संभाग में अब तक एक लाख 14 हजार 826 किसानों द्वारा अपनी उपज को मंडियों में बेचा है। संभाग आयुक्त श्री शर्मा ने कहा कि भावान्तर भुगतान योजना के तहत मंडी, कृषि विभाग और कॉपरेटिव विभाग का आपसी समन्वय बना रहे। इसके साथ ही उड़द व सोयाबीन की खरीदी एक फरवरी से सभी जगह प्रारंभ होना है।
इसकी खरीदी के लिये भी सभी तैयारियां पूर्व से कर ली जाएं। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास श्री बी एस जाटव, उप संभागीय आयुक्त श्री विनोद भार्गव सहित संयुक्त संचालक कृषि, संयुक्त संचालक मंडी, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।