कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में सत्तापक्ष की ओर से महंगाई होने की बात को खारिज किए जाने को लेकर आज सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि देश की जनता परेशान है, लेकिन सरकार एक ‘अहंकारी राजा’ की छवि चमकाने के लिए अरबों रुपये फूंक रही है।उन्होंने यह भी कहा कि ‘तानाशाही’ सरकार चाहती है कि उसकी हर बात पर विश्वास किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है क्योंकि कांग्रेस उसके खिलाफ लड़ती रहेगी।
तानाशाह के हर फ़रमान से, जनता की आवाज़ दबाने की कोशिश
राहुल गांधी ने जनता को संबोधित एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘खुद को अकेला मत समझना, कांग्रेस आपकी आवाज़ है, और आप कांग्रेस की ताक़त। तानाशाह के हर फ़रमान से, जनता की आवाज़ दबाने की हर कोशिश से हमें लड़ना है। आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं, और आगे भी लड़ेंगे।’’उन्होंने कहा, ‘‘ आज देश में किन मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए, यह आप अच्छे से जानते हैं क्योंकि सरकार की हर ग़लत नीति का असर आपके जीवन पर पड़ रहा है।’’
सरकार ने विपक्ष के लोगों को निलंबित करवाया
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘संसद के इस मानसून सत्र में हम सरकार से जनता के सवालों के जवाब मांगना चाह रहे थे, लेकिन आप सब ने देखा कि कैसे सरकार ने विपक्ष के लोगों को निलंबित करवाया, हमारे द्वारा विरोध करने पर हमें गिरफ़्तार करवाया, सदन स्थगित करवाया, और कल जब चर्चा हुई भी तो सरकार ने साफ कहा कि ‘महंगाई जैसी कोई समस्या है ही नहीं’!’’उन्होंने दावा किया, ‘‘देश बेरोज़गारी की महामारी से जूझ रहा है, करोड़ों परिवारों के पास स्थिर आय का कोई साधन नहीं बचा। लेकिन सरकार सिर्फ़ एक 'अहंकारी राजा' की छवि चमकाने में अरबों रुपये फूंक रही है।’’
आप एकजुट हो कर इनका सामना करोगे, तो ये डर जाएंगे
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘महंगाई और ‘गब्बर सिंह टैक्स’ आम आदमी की आय पर सीधा प्रहार है। आज की वास्तविकता यह है कि आम इंसान अपने सपनों के लिए नहीं बल्कि 2 वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार चाहती है कि आप बिना सवाल किए तानाशाह की हर बात को स्वीकार करें। मैं आप सबको विश्वास दिलाता हूं, इनसे डरने की और तानाशाही सहने की ज़रुरत नहीं है। ये डरपोक हैं, आपकी ताकत और एकता से डरते हैं, इसलिए उसपर लगातार हमला कर रहे हैं। अगर आप एकजुट हो कर इनका सामना करोगे, तो ये डर जाएंगे।’’कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ मेरा आपसे वादा है, न हम डरेंगे और न इन्हें डराने देंगे।’’