इटानगर: अरूणाचल प्रदेश के बोलुंग गांव के लोग काफी प्रसन्न हैं क्योंकि बहुमुखी प्रतिभा के धनी संगीतकार भूपेन हजारिका की एक प्रतिमा यहां लगायी गयी है। हजारिका अपने बचपन में दिबांग घाटी में स्थित इस इलाके में अक्सर खेला करते थे। एक अधिकारी ने बताया कि यह कांस्य प्रतिमा 10 फुट ऊंची है और इसे गुवाहाटी के बीरेन सिंह ने तैयार किया है। यह प्रतिमा इसी साल गांव में तैयार की गयी है।
उन्होंने बताया कि इसका औपचारिक अनावरण 2018 के शुरू में किया जाएगा। शोध विभाग के निदेशक बतेन पर्तिन ने कहा, लिजेंड बन चुके संगीतकार ने सांस्कृतिक क्षेत्र में इस राज्य के लिए काफी योगदान किया है। सरकार ने 2015 में उन्हें श्रद्धांजलि के तौर पर प्रतिमा के लिए 30 लाख रूपए आवंटित किए थे। भूपेन दा एक असमी से ज्यादा एक अरूणाचली थे। अधिकारी ने बताया कि बोलुंग गांव असम के सादिया इलाके के पास है जहां भूपेन हजारिका के माता-पिता रहते थे। उनके बुजुर्ग अक्सर उन्हें इस गांव में लाते थे। बाद में वह खुद भी अक्सर यह गांव आते रहते थे। उन्होंने कहा, भूपेन दा ने अपने गीतों के जरिए पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को एक सुर में पिरोने का प्रयास किया।