विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप अभी भी जारी हैं। कोरोना वर्ष 2020 से ही अनेक देशों में फैला हुआ हैं। हालांकि, इस वायरस की वैक्सीन को देशों ने बनाकर अपने स्थानीए नागरिकों को एक नए जीवन का वरदान दिया हैं।फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन की दो खुराक पांच से 15 वर्ष की आयु के बच्चों में ओमिक्रॉन संक्रमण के जोखिम को काफी कम कर देती है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2021 से फरवरी 2022 के दौरान, लक्षणों के बावजूद, सार्स-सीओवी-2 के संपर्क में आए पांच से 15 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों के बीच एक परीक्षण किया गया था।सीडीसी के अनुसार, बिना टीकाकरण वाले बच्चों और किशोरों में लगभग आधे ओमिक्रॉन संक्रमण स्पशरेन्मुख (बिना लक्षण के) थे।
सीडीसी अध्ययन के अनुसार, फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन की दो खुराक ने पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों में ओमिक्रॉन संक्रमण के जोखिम को 31 प्रतिशत और 12 से 15 वर्ष की आयु के किशोरों में 59 प्रतिशत तक कम कर दिया।
फाइजर-बायोएनटेक एमआरएनए कोविड-19 वैक्सीन की सिफारिश सीडीसी की सलाहकार समिति ने पिछले साल 12 मई को 12 से 15 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए और 2 नवंबर, 2021 को पांच से 11 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए की थी।