देश की संसद में पेगासस जासूसी कांड का मामला काफी गहराता जा रहा है, ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कई तरह की कोशिशें की जा रही है, लेकिन किसी प्रकार का हल नहीं निकल रहा है। ऐसे में राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता पीयूष गोयल ने विपक्ष को सभी गतिरोध के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया। सरकार ने सोमवार को कहा कि विपक्ष के ‘‘नकारात्मक एवं अड़चन डालने वाले रवैये से भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंच रहा है।’’
गतिरोध तोड़ने के लिए विपक्ष के नेताओं से बातचीत करने का प्रयास नहीं किए जाने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि उन्होंने पिछले शुक्रवार को भी इस बारे में बातचीत के लिए विपक्ष के नेताओं को अपने कक्ष में आमंत्रित किया था और आज शाम छह बजे भी वे उनके कक्ष में आकर इस बारे में चर्चा कर सकते हैं।
उच्च सदन में विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण पांच बार के स्थगन के बाद बैठक शाम पांच बजकर करीब दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में इस बात को लेकर सहमति बनी थी कि सदन में व्याप्त गतिरोध को दूर करने के लिए मंत्री विभिन्न दलों से संपर्क कर बातचीत करेंगे। उन्होंने दावा किया कि सत्ता पक्ष की ओर से ऐसा नहीं किया गया।
इस बारे में सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए सदन के नेता गोयल ने कहा कि सरकार की ओर से कई बार विपक्षी दलों के साथ संपर्क साधा गया। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से लगभग रोज विपक्ष के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। किंतु विपक्षी दलों के बीच किसी एक मुद्दे को लेकर आम सहमति नहीं है।
गोयल ने कहा, ‘‘पिछले शुक्रवार को मैंने विपक्षी दलों के नेताओं को चाय पीने के लिए आमंत्रित किया था। दो मुख्य विपक्षी पार्टियों ने आने से मना कर दिया। एक ने कहा कि वह इस बारे में अपने नेता से निर्देश लेंगे। दूसरे ने कहा कि उनके नेता ने भाग नहीं लेने केा कहा है।’’
सदन के नेता ने कहा कि वह सभी विपक्षी दलों को आज शाम छह बजे साथ चाय पीने के लिए आमंत्रित करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी विषयों पर बातचीत करके प्रसन्न होंगे और आम सहमति बनाएंगे। मैं यह कहना चाहता हूं कि सरकार सदन को चलाने और आम सहमति तैयार करने और कोई फार्मूला बनाने के लिए बहुत उत्सुक है।’’
गोयल ने यह भी कहा, ‘‘ किंतु यह नहीं हो सकता कि मेरी बात मान लीजिए या दफा हो जाइये। यह नहीं हो सकता कि आप मेरी बात मान लीजिए नहीं तो सदन को नहीं चलते दिया जाएगा। कुछ विपक्षी दलों ने यह जो नकारात्मक और अड़चन डालने वाला रवैया अपना रखा है, वह भारतीय लोकतंत्र के लिए खासा हानिकारक है। यह इस सदन के सिद्धांतों के भी विरूद्ध है।’’
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि उन्होंने एवं गोयल ने आज सुबह नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने का समय मांगते हुए कहा था कि वह अन्य विपक्षी नेताओं को भी बुला लें ताकि सबके साथ बातचीत की जा सके। उन्होंने कहा कि इस पर खड़गे ने कहा कि वह विपक्षी नेताओं से बात करेंगे। जोशी ने कहा कि वह अभी तक नेता प्रतिपक्ष के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उच्च सदन में विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण पांच बार के स्थगन के बाद बैठक शाम पांच बजकर करीब दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि कार्य मंत्रणा समिति में इस बात को लेकर सहमति बनी थी कि सदन में व्याप्त गतिरोध को दूर करने के लिए मंत्री विभिन्न दलों से संपर्क कर बातचीत करेंगे। उन्होंने दावा किया कि सत्ता पक्ष की ओर से ऐसा नहीं किया गया।
इस बारे में सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए सदन के नेता गोयल ने कहा कि सरकार की ओर से कई बार विपक्षी दलों के साथ संपर्क साधा गया। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से लगभग रोज विपक्ष के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। किंतु विपक्षी दलों के बीच किसी एक मुद्दे को लेकर आम सहमति नहीं है।
गोयल ने कहा, ‘‘पिछले शुक्रवार को मैंने विपक्षी दलों के नेताओं को चाय पीने के लिए आमंत्रित किया था। दो मुख्य विपक्षी पार्टियों ने आने से मना कर दिया। एक ने कहा कि वह इस बारे में अपने नेता से निर्देश लेंगे। दूसरे ने कहा कि उनके नेता ने भाग नहीं लेने केा कहा है।’’
सदन के नेता ने कहा कि वह सभी विपक्षी दलों को आज शाम छह बजे साथ चाय पीने के लिए आमंत्रित करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी विषयों पर बातचीत करके प्रसन्न होंगे और आम सहमति बनाएंगे। मैं यह कहना चाहता हूं कि सरकार सदन को चलाने और आम सहमति तैयार करने और कोई फार्मूला बनाने के लिए बहुत उत्सुक है।’’
गोयल ने यह भी कहा, ‘‘ किंतु यह नहीं हो सकता कि मेरी बात मान लीजिए या दफा हो जाइये। यह नहीं हो सकता कि आप मेरी बात मान लीजिए नहीं तो सदन को नहीं चलते दिया जाएगा। कुछ विपक्षी दलों ने यह जो नकारात्मक और अड़चन डालने वाला रवैया अपना रखा है, वह भारतीय लोकतंत्र के लिए खासा हानिकारक है। यह इस सदन के सिद्धांतों के भी विरूद्ध है।’’
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि उन्होंने एवं गोयल ने आज सुबह नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने का समय मांगते हुए कहा था कि वह अन्य विपक्षी नेताओं को भी बुला लें ताकि सबके साथ बातचीत की जा सके। उन्होंने कहा कि इस पर खड़गे ने कहा कि वह विपक्षी नेताओं से बात करेंगे। जोशी ने कहा कि वह अभी तक नेता प्रतिपक्ष के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।