संसद का शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है, ऐसे में विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया। तो वहीं, पिछले सत्र यानी कि मॉनसून सत्र में विपक्ष के 12 सांसदों के द्वारा कथित तौर पर किया गया बुरा व्यवहार अब उनके गले की ऐसी फास बन गया है, जो विपक्ष को बैकफुट पर लाने में केंद्र सरकार की काफी सहायता कर रहा है।
सदन में जनता की बात उठाने का पूरा अधिकार है लेकिन उसका एक तरीका होता है
ऐसे में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के ट्वीट पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि सांसदों को सदन में जनता की बात उठाने का पूरा अधिकार है लेकिन उसका एक तरीका होता है, नियम होता है। राहुल गांधी से सवाल पूछते हुए गोयल ने कहा कि उन्हें अपने अगले ट्वीट में देश को यह बताना चाहिए कि क्या इन 12 सांसदों ने जिस तरह का व्यवहार सदन में किया, उसे वो सही मानते हैं ?
इन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार था
राज्य सभा सभापति पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा लगाए गए आरोपों की भी कड़ी निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सदन और सभापति का अपमान इन सांसदों द्वारा किया गया था और इन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार था।
12 सांसदों के निलंबन पर राहुल का ट्वीट, ‘किस बात की माफी, संसद में जनता की बात उठाने की’
सभापति का अपमान करने वाले इन सांसदों को माफी मांग लेनी चाहिए, ताकि
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सदन और सभापति का अपमान करने वाले इन सांसदों को माफी मांग लेनी चाहिए, ताकि अच्छे वातावरण में लोक सभा और राज्य सभा दोनों सदन चल सके और सदन में कोरोना के बढ़ रहे खतरे ( नए वैरिएंट ) और देश की अन्य समस्याओं पर सही तरीके से चर्चा हो सके।
पीयूष गोयल ने कहा- पूरा देश उनकी मंशा को समझ और देख रहा था
विरोधी दलों पर तीखा हमला जारी रखते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि सभापति लगातार विपक्ष से सदन चलने देने की अपील करते रहे, लेकिन मानसून सत्र में विपक्ष पहले दिन से ही सदन नहीं चलने देने पर आमादा था। पूरा देश उनकी मंशा को समझ और देख रहा था। विरोधी दल पहले दिन से ही लगातार सदन और चेयर का अपमान कर रहे थे और मानसून सत्र के आखिरी दिन 11 अगस्त को उन्होंने जो घिनौनी हरकत की उसका सच उन्ही के द्वारा किए गए वीडियो रिकॉडिर्ंग के जरिए सारे देश ने देखा।
उन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव लेकर राज्यसभा में आ जाए, हम उनका समर्थन करेंगे
इसलिए उसके बाद आए पहले सत्र के पहले दिन ही सरकार ने सदन, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की गरिमा बनाए रखने के लिए इन 12 सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध सदन से किया। टेबल पर चढ़ने वाले विरोधी दलों के अन्य सांसदों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के विपक्षी नेताओं के बयान पर बोलते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि अगर ऐसा है तो ये दल उन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव लेकर राज्य सभा में आ जाए, हम उनका समर्थन करेंगे।