India salutes all those greats who fiercely and fearlessly resisted the Emergency.
India’s democratic ethos successfully prevailed over an authoritarian mindset. pic.twitter.com/vUS6HYPbT5
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
केन्द्रीय गृह मंत्री एवं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आपातकाल का विरोध करने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, ‘‘1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं। मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं।’’
1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं।
मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं। pic.twitter.com/XzRc4vEdJS
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2019
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र पर एक काला धब्बा करार देते हुए ट्वीट किया, ‘‘वर्ष 1975 में, आज के दिन निहित राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा की गयी आपातकाल की घोषणा, भारत के महान लोकतंत्र पर काला धब्बा है। मैं नमन करता हूँ, उन सत्याग्रहियों को जिन्होंने मत्रबूती से इस अंधकाल में लोकतंत्र की आग को जलाये रखा था।’’
वर्ष 1975 में, आज के दिन निहित राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा की गयी आपातकाल की घोषणा, भारत के महान लोकतंत्र पर काला धब्बा है।
मैं नमन करता हूँ, उन सत्याग्रहियों को जिन्होंने मज़बूती से इस अंधकाल में लोकतंत्र की आग को जलाये रखा था। pic.twitter.com/W9F8Q27ikE— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 25, 2019
गौरतलब है कि आज से 44 वर्ष पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा की थी जो कि 21 मार्च 1977 तक रहा था।